दुमका: पूरे संथाल परगना में पिछले 15 दिनों से विद्युत व्यवस्था बदहाल है, इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है. बिजली की समस्या से लोगों को पानी की भी घोर किल्लत झेलना पड़ रही है. व्यवसाय करने वाले लोगों का कहना है कि बिजली की समस्या होने से उद्योग धंधे चौपट होते जा रहे हैं.
बिजली की आंख मिचौली से लोग परेशान, विभाग का दावा- गांव को मिल रही पूरी बिजली
दुमका जिले में 15 दिनों से विद्युत व्यवस्था बदहाल है, इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है. बिजली व्यवस्था खराब होने पर दुकानदार काफी परेशान हैं. गृहणी और पढ़ने वाले स्टूडेंट्स भी बिजली के आंख मिचौली से काफी परेशान हैं. दुमका मुखिया संघ के अध्यक्ष चंद्रमोहन हांसदा का कहना है कि शहर हो या गांव हर जगह बिजली को लेकर लोग परेशान हैं.
बिजली व्यवस्था खराब होने पर दुकानदारों का कहना है कि बिजली नहीं रहने से हमें काफी परेशानी होती है, ग्राहकों को हम सही ढंग से डील नहीं कर पा रहे हैं. गृहणी और पढ़ने वाले स्टूडेंट्स भी बिजली के आंख मिचौली से काफी परेशान हैं. दुमका मुखिया संघ के अध्यक्ष चंद्रमोहन हांसदा का कहना है कि शहर हो या गांव हर जगह बिजली को लेकर लोग परेशान हैं.
क्या करते हैं विद्युत विभाग के अधिकारी
इस संबंध में जब विद्युत विभाग के जीएम हरेंद्र कुमार सिंह से सवाल किया गया तो उन्होंने बताया कि पूरे संथालपरगना में प्रतिदिन लगभग 400 मेगावाट बिजली की जरूरत है, जिसमें देवघर में 115 , गोड्डा 104 , दुमका 75 , जामताड़ा 55 , साहिबगंज 80 और पाकुड़ में 60 मेगावाट बिजली चाहिए. उन्होंने कहा कि बिजली की उपलब्धता पूरी है, लेकिन प्रतिवर्ष भीषण गर्मी के बाद जब बारिश का मौसम आता है तब बिजली के इंसुलेटर सहित कुछ अन्य उपकरण को पहली बारिश में कुछ नुकसान हो जाता है.