दुमकाःदुमका रेलवे स्टेशन पर सिर्फ एक ही फुटओवर ब्रिज होना हादसों को न्योता दे रहा है. स्टेशन के एक छोर से एफओबी दूर पड़ने से लोग जान जोखिम में डालकर पैदल ट्रैक पार कर रहे हैं. इससे यहां हादसों का खतरा मंडरा रहा है.
सिर्फ पूर्वी छोर पर ही है एफओबी
दुमकाःदुमका रेलवे स्टेशन पर सिर्फ एक ही फुटओवर ब्रिज होना हादसों को न्योता दे रहा है. स्टेशन के एक छोर से एफओबी दूर पड़ने से लोग जान जोखिम में डालकर पैदल ट्रैक पार कर रहे हैं. इससे यहां हादसों का खतरा मंडरा रहा है.
सिर्फ पूर्वी छोर पर ही है एफओबी
हम आपको बता दें कि दुमका रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म संख्या एक से दो और तीन की ओर जाने के लिए सिर्फ पूर्वी छोर पर ही फुटओवर ब्रिज है. अगर किसी को पश्चिमी छोर से निकलना हो तो उसे काफी लंबा चक्कर लगाना पड़ता है. इससे लोग शॉर्ट कट के फेर में सीधे रेल पटरी लांघने लगते हैं. इस दौरान कोई हाथ में साइकिल लिए रहता है तो मवेशियों के साथ बेधड़क गुजरता रहता है, लेकिन रेलवे पुलिस और स्टेशन प्रबंधन भी इस ओर ध्यान नहीं देता.
रेल पटरी लांघे जाने के मामले में स्थानीय लोगों का कहना है कि यह शॉर्टकर्ट पड़ता है, इसलिए यह रिस्क ले लेते हैं. इधर कई लोगों ने रेल प्रशासन से पश्चिमी छोर पर भी फुट ओवरब्रिज बनवाने की मांग की है.
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क्या कहते हैं उपभोक्ता सलाहकार समिति के सदस्यरेलवे स्टेशन पर सुरक्षा नियमों की अनदेखी के संबंध में पूर्व-मध्य रेलवे के उपभोक्ता सलाहकार समिति के सदस्य संजय कुमार का कहना है कि दुमका रेलवे स्टेशन पर आए दिन खतरनाक नजारा देखने को मिलता है. इसको लेकर आए दिन छोटी-मोटी दुर्घटना होती है, लेकिन इस स्थिति में कभी भी बड़ा हादसा भी हो सकता है. हालांकि संजय कुमार का कहना है कि बहुत जल्द पश्चिमी छोर पर भी फुट ओवरब्रिज बनने जा रहा है. साथ ही यह सुनिश्चित किया जाएगा कि लोग रेल पटरी के रास्ते आना-जाना न करें.