दुमकाः अगर मन मस्तिष्क में समाज की सेवा करने की तमन्ना है तो शारीरिक परेशानी भी रोड़ा नहीं बन सकती. इसका नमूना पेश किया है दुमका जिला के शिकारीपाड़ा प्रखंड के सरसडंगाल गांव की रहने वाली समिला टुडू ने. समिला दिव्यांग हैं, वो दोनों पैर से लाचार है लेकिन समाज और पंचायत के समग्र विकास के लिए उन्होंने चुनाव में खड़े होने का फैसला लिया है.
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शनिवार को समिला हाथों के बल चलते हुए शिकारीपाड़ा अंचल कार्यालय पहुंची और अंचलाधिकारी को सरसडंगाल पंचायत के मुखिया पद का नामांकन पत्र भरा है. उसकी शैक्षणिक योग्यता मैट्रिक पास है और वो अविवाहित है. उसके पिता सोना टुडू का काफी समय पहले निधन हो गया. वह खुद पढ़ाई-लिखाई की और अपने आपको इस काबिल बनाया. पर्चा दाखिल करने के बाद समिला ने कहा कि मुखिया बनकर लोगों का, अपने पंचायत का और समाज का विकास करना चाहती हैं.
झारखंड में पंचायत चुनाव को लेकर पहले चरण के लिए नामांकन का आखिरी दिन है. दुमका में भी मुखिया पद का नामांकन समेत अन्य पदों के लिए पर्चा दाखिल करने का सिलसिला जारी है. इसी कड़ी में शनिवार को समिला टुडू दिव्यांग महिला ने पर्चा भरा, उन्होंने मुखिया पद के लिए नॉमिनेशन फाइल किया है. दोनों पैरों से लाचार समिला ने बताया कि वो जीतने के बाद पंचायत का समग्र विकास करेंगी.
दिव्यांग समिला टुडू की तस्वीर दुमका में पंचायत चुनाव में खड़े होने के सवाल पर उन्होंने बताया कि वो पंचायत का समग्र विकास करना चाहती हैं. समाज के सभी लोगों के लिए सड़क, पानी, आवास जैसी सुविधा उपलब्ध कराना उनकी प्राथमिकता होगी. उन्होंने ये भी कहा कि खासतौर पर जो दिव्यांग भाई बहन होंगे, उनकी किसी भी समस्या का त्वरित समाधान करने का प्रयास किया जाएगा.