दुमका: दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले लोगों को उस वक्त काफी परेशानी हो जाती है जब वह किसी काम के लिए आते हैं और उन्हें दो घंटा रुकने के लिए कह दिया जाता है. जाड़ा हो, गर्मी हो और बरसात सभी मौसम में एक बड़ी समस्या उनके सामने यह खड़ी हो जाती है कि आखिर वे जाएं तो कहां जाए. लोगों का कहना है कि उनके पास उतने पैसे भी नहीं होती है कि वह कहीं जाकर दो पल गुजारे सके. वे सरकार से इस दिशा में आवश्यक पहल की मांग कर रहे हैं.
लोगों को होती है परेशानी
विश्रामालयों को फुटपाथी दुकानदारों ने अतिक्रमण कर लिया है. इससे सबसे ज्यादा परेशानी उन जरूरतमंदों को होती है जो प्रखंड मुख्यालय और ग्रामीण क्षेत्रों से कुछ काम को लेकर जिला मुख्यालय आते हैं. उनको अगर दो घंटा कहीं विश्राम करना है तो कहीं जगह नहीं है. उनके पास इतने रुपए भी नहीं होते हैं कि दो चार घंटे के लिए कोई होटल ले सके. इस संबंध में नगर परिषद की अध्यक्ष श्वेता झा कहा कि इस दिशा में आवश्यक पहल की जाएगी. उन्होंने कहा कि बहुत जल्द इन विश्रामालय को दुरुस्त किया जाएगा.