दुमका: लॉकडाउन में जामा प्रखंड स्थित हाई स्कूल में बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर में बुधवार को सिक्किम से पैदल चलकर एक मजदूर पहुंचा. स्वास्थ्य जांच के बाद उसे क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है. मजदूर सुनील दर्वे ने बताया कि वह सिक्किम के रंगोली बाजार के पास काम करता था. लॉकडाउन होने पर काम बंद हो जाने से 500 मजदूर फंस गए. वह एक अप्रैल को अपने एक साथी नेवानी कुमर के साथ पैदल ही वहां से निकल गया.
सिक्किम से पैदल चलकर जामा पहुंचा मजदूर, 9 दिन में तय की 600 किलोमीटर की दूरी
पूरे देश में 14 दिनों के लिए लॉकडाउन किया गया है. ऐसे में कई मजदूर दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं जो अपने राज्य वापस नहीं आ पाए. लेकिन फिर भी बिना साधन के कुछ मजदूर अपने घर के लिए पैदल ही निकल पड़े.
सिक्किम से पैदल चलकर जामा पहुंचा मजदूर
70 किलोमीटर प्रतिदिन चलकर 9 दिन में लगभग 600 किलोमीटर की दूरी तय की। बुधवार को थानपुर पंचायत के हेठ सितुआ स्थित अपने गांव पहुंचा. लेकिन घर में घुसा नहीं. बाहर से ही परिजनों से बात कर जांच कराने जामा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा. कुल 28 मजदूरों को क्वॉरेंटाइन किया गया है.