दुमकाः लाख मनाने के बाद भी मायके से पत्नी नहीं आई तो पति ने अपनी जान दे दी. एक माह पूर्व पति से झगड़ कर मायके गई थी. दुमका में आत्महत्या की इस घटना से इलाके में सनसनी है. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच कर रही है.
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क्या है मामलाः दुमका नगर थाना क्षेत्र के शास्त्री नगर के बाउरीपाड़ा इलाके में पालो मांझी उर्फ पप्पू अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ रहता था. पालो वाहन चालक था और अक्सर शराब पीकर घर आता था, जिससे पत्नी के साथ घर में हमेशा विवाद होता था. इसी क्रम में एक माह पूर्व पालो मांझी और उसकी पत्नी में किसी बात को लेकर कहासुनी हुई. विवाद काफी बढ़ गया तो नाराज होकर पत्नी अपने तीनों बच्चों को लेकर मायके पश्चिम बंगाल के आसनसोल चली गई. इस बीच पति ने आसनसोल जाकर समझाने का काफी प्रयास किया लेकिन पत्नी ससुराल वापस आने के लिए तैयार नहीं हुई.
घर में दे दी जानः दीपावली पर भी पालो मांझी पत्नी को अपने घर वापस लौटने को कहा पर वह नहीं मानी. इसके बाद पालो ने रविवार की रात जमकर शराब पी और खाना खाने के बाद वह अपने कमरे में चला गया. सोमवार सुबह पालो की मा किसी काम के लिए घर से बाहर गई. जब वह वापस आई तो देखा कि बेटे के कमरे का दरवाजा खुला हुआ है. अंदर जाकर देखा तो कमरे में पालो का शव पड़ा था. इसके बाद पालो की माता ने अपने छोटे पुत्र छोटा भाई शिवलाल को बताया तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी. जानकारी पाकर नगर थाना की पुलिस आई और शव को अपने कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. इधर पति की मौत की खबर सुनने के बाद पत्नी बच्चों समेत घर लौट आई, पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है.