दुमका:जिला के शिकारीपाड़ा प्रखंड में बंद पड़े पत्थर खदान और क्रशर को चालू करने की मांग को लेकर मंगलवार को झारखंड निर्माण मजदूर यूनियन ने दुमका रामपुरहाट मार्ग एनएच 114 A को कई घंटे जाम रखा था. प्रशासन ने इस पर सख्ती दिखाई है, जहां शिकारीपाड़ा के अंचलाधिकारी राजू कमल के बयान पर सात नामजद लोगों के साथ ढाई सौ अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर (FIR against protesters of Jharkhand Nirman Mazdoor Union) दर्ज कराई गई है. इस एफआईआर में जिला परिषद सदस्य अविनाश सोरेन का भी नाम शामिल है.
मजदूर यूनियन के प्रदर्शनकारियों पर प्रशासन ने दिखाई सख्ती, 7 नामजद और ढाई सौ अज्ञात के खिलाफ FIR
दुमका शिकारीपाड़ा में बंद पड़े पत्थर खदान और क्रशर को खोलने की मांग को लेकर Jharkhand Nirman Mazdoor Union के प्रदर्शनकारियों पर प्रशासन ने सख्ती दिखाई है. प्रशासन की ओर से सात नामजद लोगों के साथ ढाई सौ अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है.
इसे भी पढ़ें:दुमका में भारी बारिश के बीच मजदूर यूनियन का प्रदर्शन, सड़क जाम कर बंद पत्थर खदान खोलने की मांग
सीओ द्वारा कराए गए एफआईआर में क्या है:अपने आवेदन में राजू कमल ने लिखा है कि प्रदर्शनकारियों द्वारा किए गए इस बंद से काफी परेशानी हुई है. प्रदर्शनकारी परंपरागत हथियार के साथ लैस थे और प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी की. उन्होंने लिखा है कि पुलिस के द्वारा लाख समझाए जाने के बाद भी वे बात नहीं माने और सड़क जाम रखा. इतना ही नहीं जिला प्रशासन के अधिकारियों को हथियार का भय दिखाकर भगाने का भी प्रयास किया.
क्या है पूरा मामला: दरअसल, शिकारीपाड़ा प्रखंड के सरसडंगाल में मंगलवार को झारखंड निर्माण मजदूर यूनियन ने दुमका-रामपुरहाट एनएच 114 A को 4 घंटे तक जाम रखा था. प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि शिकारीपाड़ा में बंद पड़े पत्थर खदान और क्रशर को चालू कराया जाए. उनके द्वारा जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई थी. इस जाम की वजह से कई वाहन फंसे रहे. लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. जिला प्रशासन ने इस पर सख्ती दिखाई है और प्रदर्शनकारियों के खिलाफ शिकारीपाड़ा थाना में मामला दर्ज कराया है. शिकारीपाड़ा के अंचलाधिकारी राजू कमल के बयान पर एफआईआर दर्ज हुई है. इस एफआईआर में झारखंड निर्माण मजदूर यूनियन से जुड़े सुरेश हांसदा कार्तिक हेम्ब्रम, सुभाष चंद्र मंडल, गुलाज टुडू के अतिरिक्त जिला परिषद सदस्य अविनाश सोरेन, सरसडंगाल के ग्राम प्रधान सिराज मियां और शिबू लोहार पर नामजद एफआईआर है. इसके साथ ही 200 से ढाई सौ अज्ञात लोगों को भी आरोपी बनाया गया है.