दुमका: झारखंड की उपराजधानी दुमका से 20 किलोमीटर दूर जामा प्रखंड के बारापलासी गांव में दुमका का तातलोई गर्म जलधारा से जमीन के अंदर से स्वतः गर्म जल निकलता है. तातलोई गर्म जलकुंड स्नान के लिए जाड़े के दिनों में काफ़ी संख्या में लोग यहां पहुंचते हैं. बताया जाता है कि तातलोई गर्म जलकुंड स्नान करने से चर्म रोग ठीक हो जाता है. इस गर्म जलधारा के आसपास कई कुंड बना दिए गए हैं पर योजनाबद्ध तरीके से आज तक इसका विकास नहीं हुआ. प्रकृति के इस अनुपम उपहार पर अगर केंद्र या राज्य सरकार मेहरबान होती तो अब तक यह एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल बन गया होता.
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तातलोई गर्म जल कुंड में अव्यवस्था: दुमका का तातलोई गर्म जलधारा कुंड अव्यवस्था का शिकार होकर रह गया है. यहां एक कुआं नुमा कुंड तो ऐसा है जिसका जल उबलते रहता है. साथ ही कई ऐसे कुंड हैं जिसमें स्नान किया जा सकता है .एकीकृत बिहार के समय इसमें कुछ काम हुआ. बीच बीच में विधायक निधि से थोड़े बहुत कार्य हुए । यह सारा काम लंबे समय पहले ही हुआ है. कुल मिलाकर कहे तो कुछ भी योजनाबद्ध तरीके से नहीं हुआ. यहां चारों तरफ कचरे का अंबार नजर आता है. महिलाओं के स्नान के लिए अलग से कोई व्यवस्था नहीं है. जिससे महिलाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है प्रशासनिक अनदेखी का लाभ स्थानीय लोग उठाते हैं और इस प्राकृतिक गर्म जल कुंड में कपड़े धोते हैं, जिससे उसका पानी और भी खराब हो जाता है.