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दुमका सांसद सुनील सोरेन ने की रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव से मुलाकात, जिले में रेलवे सुविधाओं के विस्तार की रखी मांग - रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव

दुमका सांसद सुनील सोरेन ने रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव से मुलाकात (Dumka Sansad Met Railway Minister) की. उन्होंने अपने लोकसभा क्षेत्र में रेलवे सुविधाओं के विस्तार के संबंध में काफी देर तक विचार विमर्श किया. साथ ही जामताड़ा में खड़ीमाटी ब्रिज के निर्माण की मांग रखी. सांसद ने जानकारी दी कि रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने उनकी मांगों को यथाशीघ्र पूरी करने की बात कही है.

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dumka sansad met railway minister

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Published : Mar 26, 2022, 4:36 PM IST

दुमका:सांसद सुनील सोरेन ने रेलमंत्री अश्वनी वैष्णव से मुलाकात (Dumka Sansad Met Railway Minister) कर दुमका में रेल सुविधाओं की कमी से अवगत कराया. खासतौर पर दुमका से नई दिल्ली जाने के लिए कोई सीधी ट्रेन नहीं होने की जानकारी भी दी. उन्होंने अपने लोकसभा क्षेत्र में रेलवे सुविधाओं के विस्तार की मांग (Demand For Increment Of Railway Facilities In Dumka) रखी. साथ ही हाल में गोड्डा से नई दिल्ली जाने के लिए संचालित हमसफर एक्सप्रेस के विस्तार के लिए भी सुझाव दिया. उन्होंने रेलमंत्री से कहा कि हमसफर एक्सप्रेस का विस्तार दुमका तक कर (Demand For Extend Of Humsafar Express To Dumka) दिया जाए, तो दुमका और आसपास के जिलों के लिए पटना और नई दिल्ली के लिए सीधी ट्रेन उपलब्ध हो जाएगी.

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जामताड़ा जिला के लिए भी की डिमांड: सांसद ने अपने संसदीय क्षेत्र जामताड़ा के लिए नाला प्रखंड से पश्चिम बंगाल के चितरंजन को जोड़ने वाली खड़ीमाटी ब्रिज के निर्माण की मांग (Dumka Sansad Demanded For Bridge Construction) रखी. इस संबंध में उन्होंने रेल मंत्री को बताया कि वर्ष 1998 में चितरंजन से जुड़ने के लिए जामताड़ा जिला के नाला प्रखंड में खड़ीमाटी ब्रिज का निर्माण हुआ था. इस पुल की चौड़ाई कम है और सिर्फ दो पहिया वाहन, पदयात्री और साइकिल पार करने की व्यवस्था है.

वर्ष 2000 में भारी वर्षा के कारण पुल ध्वस्त हो गया था. बाद में पुल मरम्मत कर चालू करा दिया गया. फिर 2021 में भारी वर्षा कारण क्षतिग्रस्त हो गया है. चितरंजन लोकोमोटिव वर्क्स के अधीन आने वाला यह पुल इस क्षेत्र के लिए लाइफ लाइन है. 150 गांव के ग्रामीण इस पुल को पार कर चितरंजन आते जाते हैं. क्षेत्र के लोगों की मांग है कि ब्रिज को 20 फुट चौड़ा कर फिर से निर्माण हो ताकि इस क्षेत्र की जनता को आने जाने में कोई परेशानी न हो.

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