दुमकाः चार दिन पूर्व दुमका जिले के सरैयाहाट थाना क्षेत्र के बभनी पहाड़ी के ऊपर एक महिला की सड़ी-गली लाश बरामद की गई थी. लंबे बाल, हाथ की चूड़ी, गले में मंगलसूत्र से पता चला था कि शव महिला का है. पुलिस ने शनिवार को मामले का खुलासा कर दिया है. बरामद शव पटना जिला के मनेर थाना क्षेत्र के ब्रह्मचारी गांव की रहने वाली गुड़िया देवी उर्फ जीरा देवी का था. गुड़िया देवी की हत्या के मामले में दुमका पुलिस ने पांच अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है.
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ग्रामीणों से पुलिस को मिला था सुरागःदरअसल, चार दिन पहले दुमका जिले के सरैयाहाट थाना क्षेत्र के बभनी गांव के समीप अवस्थित पहाड़ी के ऊपर एक अज्ञात महिला का शव बरामद किया गया था. डेडबॉडी देखने से ऐसा प्रतीत हो रहा था कि उक्त महिला की हत्या की गई और पहचान छुपाने के उद्देश्य से उसे पहाड़ी के ऊपर फेंक दिया गया. पुलिस ने जब बभनी गांव के लोगों से पूछताछ की थी तो कुछ लोगों ने बताया कि हमारे गांव के मिथुन दास के यहां एक महिला और पुरुष कुछ दिनों पहले रहने आये थे और बाद में अचानक से गायब हो गए थे. मामले में ग्रामीणों ने आशंका जतायी थी कि लाश उसी महिला की है.
मिथुन दास से पूछताछ में हुआ मामले का खुलासाःग्रामीणों द्वारा प्राप्त जानकारी के बाद पुलिस हरकत में आई और मिथुन दास को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की. पूछताछ के क्रम में हत्याकांड का खुलासा हुआ. मिथुन ने बताया कि बरामद शव महिला गुड़िया देवी का है. वह पटना जिले के मनेर थाना क्षेत्र के शेरपुरा ब्रह्मचारी गांव की रहने वाली थी. उसे मेरा मित्र सुबोध कुमार जो वर्तमान में पटना के मनेर में रहता है लेकर पिछले माह 12 मार्च को घर लाया था. पता चला कि 45 वर्षीय गुड़िया देवी शादीशुदा है और उसके पति का नाम विनोद महतो है और वह सात बच्चों की मां है.
शादी का दवाब बनाने पर कर दी गुड़िया की हत्याः गुड़िया और सुबोध के बीच पिछले दो वर्षों से प्रेम प्रसंग चल रहा था और दोनों भाग कर दुमका आये थे. गुड़िया देवी अपनी एक पांच साल की बेटी प्रिया को भी साथ लायी थी. एक-दो दिनों में ही मेरे यहां दोनों के बीच तू-तू मैं-मैं शुरू हो गई थी. गुड़िया देवी चाहती थी कि सुबोध उससे शादी करे. वह उसे धमकी दे रही थी कि अगर शादी नहीं करोगे तो मैं थाना जाकर तुम पर केस कर दूंगी. इसी धमकी से परेशान सुबोध कुमार ने 23 मार्च की रात गला दबा कर हत्या कर दी. इसके बाद शव को ठिकाने लगाने में मदद करने के लिए कहा.इसके बाद हम सब ने मिल कर उसका साथ दिया और शव को बोरे में भरकर पहाड़ी के ऊपर ले गए और झाड़ियों से ढक कर वापस आ गए. लेकिन 11 दिनों बाद कुछ लोगों ने शव को देख लिया और मामला सब के सामने आ गया.
दुमका पुलिस ने पटना से सुबोध को किया गिरफ्तारःदुमक में हत्याकांड को अंजाम देने के सुबोध कुमार गुड़िया देवी की छोटी बेटी प्रिया को लेकर पटना लौट गया था. इधर, पुलिस मिथुन दास को लेकर पटना स्थित सुबोध कुमार के घर पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया.वहीं गुड़िया की बेटी प्रिया के बारे में पूछे जाने पर सुबोध ने बताया कि वह उसे पटना स्टेशन पर छोड़ दिया था. उसके जेब में आधार कार्ड था और वह पुलिस के हाथ लग गई. इसलिए पुलिस ने उस आधार कार्ड के आधार पर प्रिया को उसके घर पहुंचा दिया है. पुलिस ने भी अपने वेरिफिकेशन में पाया कि पांच वर्षीय प्रिया कुमारी अपने घर पहुंच गई है. इसके बाद पुलिस ने गुड़िया देवी के पति विनोद महतो को हत्याकांड की जानकारी दी. इसके बाद उसका पति अपने कुछ परिजनों को साथ लेकर दुमका पहुंचा और शव का अंतिम संस्कार किया.
हत्याकांड के मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को किया गिरफ्तारःपुलिस ने इस मामले में मिथुन दास के साथ उसके चाचा वासुदेव दास, दादा फागू दास और चचेरे दादा देव नारायण दास को गिरफ्तार कर लिया है. तीनों ने गुड़िया देवी की हत्या के बाद उसके शव को ठिकाने लगाने में सुबोध कुमार की मदद की थी. मामले में एसडीपीओ शिवेंद्र कुमार ने प्रेस वार्ता कर विस्तृत जानकारी दी.