दुमकाः पुलिस ने एक अंतरराज्यीय आपराधिक गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए इसके 11 सदस्य को गिरफ्तार किया है(eleven criminals arrested in dumka ). इस गिरोह के द्वारा सरकारी योजनाओं में प्रयुक्त होने वाले सामान जो सार्वजनिक जगह में डंप रहते हैं उसे लूटने का काम किया जाता था.
क्या है पूरा मामलाःदुमका पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. जिले के मुफस्सिल थाना तथा विश्वविद्यालय ओपी पुलिस की संयुक्त कारवाई में में अंतर प्रांतीय गिरोह के 11 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. दरअसल इन अपराधियों ने दुमका के रिंग रोड में अंडर ग्राउंड वाटर सप्लाई के लिए जो पाइप फिटिंग का काम चल रहा है, उस वाटर पाइप को लूटने की योजना बनाई थी. पाइप की सुरक्षा में तैनात दो प्राइवेट गार्ड को बंधक बना लिया और घटना को अंजाम दिया. सारे पाइप को दो ट्रकों पर लोड कर पश्चिम बंगाल की ओर निकल गए.
दुमका में अंतरराज्यीय आपराधिक गिरोह का भंडाफोड़, 11 गिरफ्तार - eleven criminals arrested in dumka
दुमका पुलिस ने अंतरराज्यीय आपराधिक गिरोह का खुलासा किया है. पुलिस ने गिरोह के 11 सदस्यों को गिरफ्तार किया (eleven criminals arrested in dumka )है. गिरफ्तार अपराधी बंगाल और बिहार के रहने वाले हैं.
इसी बीच बंधक बने एक गार्ड द्वारा इसकी सूचना पुलिस को दी गई. सूचना मिलते ही पुलिस सक्रिय हुई. जगह-जगह छापेमारी शुरू की गई. इस क्रम में शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के सरसडंगाल गांव के समीप पुलिस बल को आते देख अपराधी ट्रकों से कूद कर जंगल की तरफ भागने लगे. पुलिस ने खदेड़ कर 11 अपराधियों को पकड़ लिया. पाइप लदे दो ट्रक को भी जब्त किया. इसकी अनुमानित कीमत लगभग 20 लाख रुपये बताई जा रही है. सभी अपराधी पश्चिम बंगाल और बिहार के रहने वाले हैं. गिरफ्तार अपराधियों के नाम हैं -
जियाउल शेख, कुर्बान अली, समाउल शेख, महबूब शेख, सुजारुल इस्लाम, आलमदा शेख, गुलाब शेख, आलमगीर हुसैन, डामिल शेख, अरूप मल्लिक और कृष्णा शर्मा. इसमें कृष्णा शर्मा बिहार के सिवान जिले का है और अन्य सभी पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के रहने वाले हैं.
एसपी अम्बर लकड़ा ने दी जानकारीःसमाहरणालय सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता में एसपी अंबर लकड़ा ने पूरे मामले की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि इस मामले में पश्चिम बंगाल और बिहार पुलिस से भी संपर्क स्थापित किया गया है ताकि गिरफ्तार किए गए अपराधियों का अपराधिक इतिहास पता किया जा सके. उन्होंने बताया कि इस गिरोह के द्वारा वैसे जगह को निशाना बनाया जाता था जहां सरकारी निर्माण कार्य चल रहा है. आमतौर पर वहां निर्माण कार्य में प्रयुक्त सामग्री खुले में रखे हुए रहते हैं. जिस पर किसी का ध्यान नहीं रहता. ये लोग इन सामग्रियों को उठाकर निकल जाते हैं और ओने पौने दाम पर उसे कहीं ले जा कर दे देते हैं. एसपी ने कहा कि हम लोग अपनी जांच में ऐसे सामानों को खरीदने वाले जो रिसीवर हैं , उनकी भी गिरफ्तारी करेंगे. एसपी ने कहा कि इस मामले में कई और लोगों के भी नाम सामने आए हैं उसे भी जल्द पकड़ा जाएगा.