इस पवित्र महीने में होती है पूरे साल की कमाई, यहां से कोई नहीं जाता खाली हाथ
श्रावणी मेला देवघर के लिए बेहद खास होता है. इस मेले से न सिर्फ लोगों की आस्था जुड़ी हुई है बल्कि यह यहां की अर्थव्यवस्था से भी जुड़ी है. कहा जाता है कि सावन महीने में होने वाली आमदनी से पूरे साल का खर्च चलता है.
दुमका: सावन में बासुकीनाथ धाम में एक ओर जहां श्रद्धा भक्ति की अविरल धारा बहती है, वहीं दूसरी ओर इससे हजारों लोगों को रोजगार भी प्राप्त होता है. शिवभक्त जलार्पण के बाद बासुकीनाथ मेले में जमकर खरीददारी करते हैं. वे प्रसाद के रूप में पेड़ा, चूड़ा, इलायची दाना, माला-सिंदूर तो लेते ही हैं, अपने बच्चों के लिए खिलौने घर-परिवार के लिए श्रृंगार का सामान लेना भी नहीं भूलते. इससे बाजार में हमेशा रौनक रहती है और दुकानदारों के चेहरे पर मुस्कान बिखरी रहती है. देखा जाए तो यह सावन मेला अकेले ही पूरे वर्षभर के लिए देवघर-दुमका के अर्थव्यवस्था का भार ढोता है.