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Child Body Found: 5 दिन बाद मिला शिवगंगा में डूबे बच्चे का शव, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल - बासुकीनाथ शिवगंगा में हादसा

बासुकीनाथ शिवगंगा में डूबे बच्चे का शव पांचवें दिन मिला. जिसके बाद प्रशासन ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया.

Drowned Child Dead Body Found
घटनास्थल पर जुटी भीड़

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Published : Feb 16, 2023, 2:30 PM IST

दुमका:झारखंड की उपराजधानी दुमका के बासुकीनाथ शिवगंगा में डूबे बच्चे का शव 5 दिनों बाद मिला. घटना के बाद प्रशासन की लाख कोशिश के बाद भी शव नहीं निकाल पाया था. गुरुवार को 5 दिन के बाद शव पानी के ऊपर आ गया. जिसके बाद प्रशासन ने शव को कब्जे में लिया और पेस्टमार्टम के लिए भेज दिया.

ये भी पढ़ें:Child drowned in Dumka: बासुकीनाथ स्थित शिवगंगा में एक बच्चा डूबा, नहाने के दौरान हादसा

जानकारी के मुताबिक बीते रविवार को करीब 12:00 बजे बासुकीनाथ शिवगंगा में एक बच्चे के डूबने की सूचना स्थानीय प्रशासन को मिली थी. स्थानीय प्रशासन ने वहां के लोगों की मदद से कई घंटे तक बच्चे को खोजने की कोशिश की. एनडीआरएफ की टीम को भी घटना की सूचना दी गई. जिसके बाद एनडीआरएफ की टीम भी गोताखोरों के साथ 3 दिनों तक लगातार बासुकीनाथ शिवगंगा में बच्चे को खोजती रही. आखिरकार गुरुवार को स्थानीय लोगों को बच्चे का शव शिवगंगा में तैरता हुआ नजर आया. सूचना मिलने पर स्थानीय प्रशासन के साथ जरमुंडी थाना पुलिस घटनास्थल पहुंची और शव को अपने कब्जे में ले लिया.

नहाने के दौरान हुआ था हादसा: दरअसल, बच्चा दुमका के बासुकीनाथ धाम स्थित शिवगंगा में नहा रहा था. इसी क्रम में वह गहरे पानी में चला गया और डूब गया. बच्चे के डूबने के बाद उसे खोजने की बहुत कोशिश की गई, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी. इधर हादसे के बाद से ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. घटना की सूचना मिलने पर जरमुंडी एसडीपीओ शिवेंद्र कुमार भी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे थे.

आये दिन होती है ऐसी घटनाएं:मालूम हो कि यह पहली बार नहीं है, जब बासुकीनाथ के शिवगंगा में ऐसा हादसा हुआ हो. यहां आये दिन इस तरह के हादसे होते रहते हैं. इसके बावजूद इस पर कोई विशेष ध्यान नहीं दिया जाता है, ना ही आम लोग ही अपने तरफ से कोई सावधानी बरतते हैं. हालांकि, प्रशासन की ओर से कुछ पहल किए गए हैं, सावधान रहने के बोर्ड भी लगाए गए हैं, लेकिन ज्यादातर असावधानियां आम लोगों की तरफ से ही देखने को मिलती है. ऐसे हादसे इसी का नतीजा है.

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