दुमकाः साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए प्रतिबिंब ऐप कारगर साबित हो रहा है. ऐप लॉन्च होने के तीन सप्ताह के अंदर 78 साइबर क्रिमिनल्स सलाखों के पीछे पहुंच गये हैं. इतना ही नहीं इनके पास से सैकड़ों मोबाइल फोन, सिमकार्ड बरामद हो चुके हैं.
साइबर अपराधियों की वजह से देशभर में चर्चित हुए संथाल परगना प्रमंडल के जामताड़ा जिला सहित आसपास के अन्य जिलों की पुलिस के लिए प्रतिबिंब ऐप बड़ा ही कारगर साबित हो रहा है. इस ऐप के जरिये मिलने वाली जानकारी से साइबर अपराधियों के मंसूबों पर पानी फिरता जा रहा है. साइबर क्रिमिनल्स अपराध को अंजाम देने के साथ दबोच लिए जा रहे हैं. कुछ को तो ऐसे साइबर अपराध को अंजाम देने के प्रयास में ही दबोचे गये हैं. इस ऐप की लॉन्चिंग के एक महीने से कम समय में 78 साइबर अपराधी गिरफ्तार किये गए हैं. जिससे पता चलता है कि पुलिस का यह प्रयोग काफी सफल साबित हो रहा है.
07 नवंबर को प्रतिबिंब ऐप हुआ था लॉन्चः झारखंड की सीआइडी द्वारा पिछले महीने के 7 नवंबर को प्रतिबिंब ऐप लॉन्च किया गया था. इसके बाद से ही पुलिस इसके माध्यम से साइबर क्रिमिनल्स पर शिकंजा कस रही है. पूरे संथाल परगना प्रमंडल में ऐप लॉन्चिंग के 25 दिन तक में 78 साइबर अपराधियों को प्रतिबिंब ऐप की मदद से मिले इनपुट्स के आधार पर सलाखों के पीछे भेजा जा चुका है, जो एक बड़ा आंकड़ा है और पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि भी है.
भारी मात्रा में मोबाइल फोन, सिमकार्ड्स और कैश बरामदः पुलिस द्वारा गिरफ्तार इन 78 साइबर अपराधियों के पास से 255 मोबाइल फोन और 385 सिमकार्ड बरामद किये गये हैं. इसके अलावा दो लैपटॉप, 26 एटीएम कार्ड, 14 पासबुक और 02 चेकबुक की भी बरामदगी की गयी है. साथ ही साइबर अपराधियों के पास से दो लाख रुपये से अधिक नकदी भी मिली है. इन मामलों में 24 प्राथमिकी भी अलग-अलग जिलों में दर्ज हुई है.
अगर जिलावार आंकड़ों पर नजर डालें तो सबसे अधिक 41 साइबर अपराधी देवघर से तो 27 क्रिमिनल की जामताड़ा जिले में गिरफ्तारी हुई है. इसमें 96 मोबाइल फोन, 142 सिमकार्ड, जामताड़ा में और 82 मोबाइल, 125 सिम कार्ड देवघर जिला में बरामद हुए हैं. जानकारी के मुताबिक प्रतिबिंब ऐप के जरिये साइबर अपराधी चाहे देश के किसी भी शहर या ठिकाने से मोबाइल के जरिए सक्रिय होते हैं, उन्हें ट्रैक किया जाता है. उनके मोबाइल नंबर का जियोग्राफिकल लोकेशन ऐप पर आ जाता है, ऐसे में वे तुरंत दबोच लिए जाते हैं.