दुमका: झारखंड के संथालपरगना प्रमंडल के जामताड़ा और देवघर जिला के साइबर अपराधियों ने पूरे देश के लोगों की नींद उड़ा रखी है. आए दिन ठगी की घटनाएं सामने आती रहती है. हजारों लोगों की मेहनत की कमाई ठगी जा चुकी है. इधर साइबर क्रिमिनल्स के खिलाफ कार्रवाई भी हो रही है. ये पकड़े भी जा रहे हैं पर यह अपराध रुकने का नाम नहीं ले रहा. ऐसे में पुलिस ने योजनाबद्ध तरीके से उन पर शिकंजा कसने की पूरी तैयारी कर ली है.
ये भी पढ़ें-Cyber Crime: 15 साइबर अपराधी गिरफ्तार, भारी संख्या में सिम और मोबाइल फोन बरामद
क्या है पूरा मामला
एक दशक से संथालपरगना प्रमंडल में साइबर अपराधियों ने दहशत कायम कर रखा है. कब किसके बैंक खाते से रुपए उड़ जाए कहना मुश्किल है. दो-तीन वर्षों में साईबर अपराध के मामले भी काफी बढ़े. पुलिस भी सक्रिय हुई. अगर हम पिछले 14 महीने की बात करें तो लगभग 1200 साइबर अपराधी संथालपरगना के देवघर-जामताड़ा-दुमका जिले से गिरफ्तार हुए. इनके पास से एक करोड़ रुपये भी जब्त हुए पर साइबर अपराध रुकने का नाम नहीं ले रहा. इन 14 महीनों में इन तीनों जिलों को मिलाकर ढाई सौ साइबर अपराध के केस दर्ज हुए. ऐसे में इस पर अंकुश लगाना काफी आवश्यक हो गया है. पुलिस भी इसे गंभीरता से ले रही है.
संथालपरगना के डीआईजी ने दी जानकारी संथालपरगना प्रक्षेत्र के डीआईजी सुदर्शन प्रसाद मंडल ने बताया कि साइबर अपराधियों पर नकेल कसने के लिए स्टेट और सेंट्रल लेवल पर कोऑर्डिनेशन कमेटी का गठन किया गया है. उन्होंने कहा कि पूरी प्लानिंग की गई है कि अपराधियों को सिर्फ पकड़ कर जेल ही नहीं भेजा जाए बल्कि गुणवत्तापूर्ण तरीके से केस अनुसंधान हो और अपराधियों को सजा दिलाया जाए.
लोगों को भी किया जा रहा है जागरूक
डीआइजी ने कहा कि साइबर अपराधियों के विरूद्ध कार्रवाई तो की जा रही है. साथ ही साथ पुलिस लोगों को भी जागरूक भी कर रही है. जगह-जगह पोस्टर और बैनर लगाकर लोगों को बताया जा रहा है कि आप ईजी मनी के चक्कर में फंस कर ठगों के जाल में न फंसें. हमलोग सेमिनार वगैरह के जरिए लोगों को जागरूक कर रहे हैं. लोग जागरूक हो जाएंगे तो खुद ब खुद इस अपराध में कमी आएगी.
साइबर अपराधी बदल रहे हैं अपना ठिकाना
साइबर अपराधियों की गतिविधियों पर नजर रख रहे डीआईजी सुदर्शन प्रसाद मंडल ने कहा कि ये अपराधी अब अपना ठिकाना बदल रहे हैं. पहले ये जामताड़ा में केंद्रित थे बाद में देवघर से पहुंचे. धीरे-धीरे गिरिडीह और धनबाद की ओर चले गये हैं. पुलिस इनके खिलाफ लगातार अभियान चला रही है और इसमें आमलोगों का भी सहयोग जरूरी है.