दुमका: जिले के सदर प्रखंड के कुरुआ पहाड़ पर 1994 में बॉटनिकल गार्डन विकसित किया गया था. इसका उद्घाटन तात्कालीन केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री रामेश्वर ठाकुर ने किया था. पहाड़ के ऊपर बने इस सृष्टि बॉटनिकल गार्डन (वानस्पतिक उद्यान) में तरह-तरह के खूबसूरत पेड़-पौधे, रंग-बिरंगे फूल, शो ट्री और हर्बल ट्री लगाए गए थे. बाद में 2006 में झारखंड के तात्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने यहां बच्चों के लिए एक मनोरंजन पार्क का उद्घाटन किया था.
दूरदराज से यहां आते थे पर्यटक
दुमका के कुरुआ पहाड़ के ऊपर स्थापित इस सृष्टि बॉटनीकल गार्डन को देखने दुमका ही नहीं, बल्कि झारखंड, बिहार और बंगाल के अगल-बगल क्षेत्रों के लोग भी आते थे, लेकिन पिछले एक दशक से दुमका प्रशासन इस खूबसूरत उद्यान के प्रति लापरवाह हो गया. प्रशासनिक उदासीनता की वजह से इसके रखरखाव पर ध्यान नहीं दिया जाने लगा. पर्यटक निराश होने लगे और धीरे-धीरे यहां आना बंद कर दिया. अब तो यह बिल्कुल बदहाल हो चुका है. पहाड़ के ऊपर जहां काफी खूबसूरत तरीके से आकर्षक फूल और औषधीय पौधे लगाए गए थे, उसकी जगह अब कटीली झाड़ियों ने ले ली है. यहां मौजूद पत्थरों से बने जीव-जंतु टूट-फूट गए हैं.
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पहाड़ के ऊपर बना बूट हाउस और कैंटीन हुआ बेकार
लोगों को आकर्षित करने के उद्देश्य से पहाड़ के ऊपर जूते के आकार का एक मीनार बनाया गया था, जिसे बूट हाऊस के नाम जाना जाता था. उस पर चढ़कर लोग फोटो शूट कराते थे, साथ ही यहां एक कैंटीन भी बनाया गया था, जहां लोग स्वादिष्ट व्यंजन का आनंद लेते थे, लेकिन यह सब बीते दिनों की बात हो गई है. कैंटीन बंद हो चुका है और बूट हाउस देखने अब कोई नहीं आता है.