दुमका: बासुकीनाथ मंदिर परिसर में कल हुई शिव विवाह के बाद आज मरजादी रस्म की अदायगी की गई. मरजादी के रस्म में श्रद्धालुओं के साथ-साथ स्थानीय लोगों की भी भीड़ उमड़ी. रस्म में जिला प्रशासन के वरीय पदाधिकारी पुलिस प्रशासन के वरीय पदाधिकारी और स्थानीय गणमान्य नागरिक महिला, पुरुष शामिल हुए. रस्म की खास बात यह है बनारस से आए काजीम हुसैन शहनाई बजाकर लोगों का मन मोहा बता दें कि काजीम हुसैन लगातार 35 वर्षों से निस्वार्थ शहनाई बजाते आ रहे हैं.
शिव विवाह के बाद बासुकीनाथ में आज हुई मरजादी की रस्म, महिलाओं ने खेली होली
बासुकीनाथ धाम मंदिर में आज बाबा भोलेनाथ की मरजादी की रस्म हुई. इस रस्म में पुलिस प्रशासन और बरिय पदाधिकारियों के साथ-साथ स्थानीय महिला पुरुषों ने और श्रद्धालुओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. वहीं, शहनाई वादक काजिम हुसैन की शहनाई की धुन पर लोग मंत्रमुग्ध हो गए. वहीं, महिलाओं ने गुलाल की होली खेली. इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम थे.
मरजादी की रस्म
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वहीं, काजीम हुसैन ने कहा कि मैं सरस्वती का पुजारी हूं, किसी धर्म और जाति को नहीं मानता मैं कला का पुजारी हूं और कला को मानता हूं. मंदिर परिसर में उसके बाद महिलाओं ने गुलाल की होली भी खेली.