झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

धनबाद में सिख समुदाय ने जलाया चीनी राष्ट्रपति का पुतला, कहा-जरूरत पड़ी तो हम भी बॉर्डर पर जाने को तैयार

चीन से हुए विवाद के बाद देश के शहीद जवानों के प्रति पूरे देश भर में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जा रहा है. लोग चीनी सामानों के बहिष्कार का निर्णय भी ले रहे हैं. चीनी सामानों को जलाया भी जा रहा है. इसी कड़ी में आज धनबाद में सिख समुदाय के लोगों ने चीन के राष्ट्रपति का पुतला दहन किया गया.

Sikh community burnt effigy of Chinese President in Dhanbad
धनबाद में सिख समुदाय ने जलाया चीनी राष्ट्रपति का पुतला

By

Published : Jun 20, 2020, 6:16 PM IST

धनबाद: भारत चीन सीमा पर लद्दाख के गलवान घाटी में हुए दोनों देशों के बीच सैनिकों की झड़प के बाद 20 देश के वीर जवान शहीद हो गए थे. इसके बाद से ही चीन के प्रति पूरे देश में उबाल है. लोग चीनी सामान का बहिष्कार करने के साथ-साथ चीन को सबक सिखाए जाने की बात कह रहे हैं. कोयलांचल धनबाद में भी लगातार लोग कैंडल मार्च और श्रद्धांजलि सभा का आयोजन कर वीर सपूतों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं. वहीं, जिले के विभिन्न इलाकों से चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के पुतला के दहन की भी जानकारी मिल रही है.

ये भी पढ़ेंं: बोकारो: खिलौने में मिला जिलेटिन बम, किया गया डिफ्यूज

इसी कड़ी में आज धनबाद के रणधीर वर्मा चौक पर बड़ा गुरुद्वारा सेवा दल ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का पुतला जलाया. साथ ही लोगों ने कहा कि चीन को हर हाल में सबक सिखाना जरूरी है. देश की सेना किसी भी स्थिति के लिए सक्षम है, वह जवानों के साथ हैं. अगर जरूरत पड़ी तो वह भी बॉर्डर पर अपनी जान न्यौछावर करने के लिए जाने को तैयार हैं.

हिंसक झड़प में झारखंड के दो जवान शहीद

बीते कुछ दिनों भारत-चीन सीमा पर दोनों देशों के बीच खींचतान चल रही है. लेकिन सोमवार-मंगलवार यानि 15-16 जून की रात यह संघर्ष खूनी झड़प में बदल गया. सोमवार-मंगलवार की रात गलवान इलाके में दोनों तरफ के सैनिकों में हिंसक झड़प हुई और भारत के 20 जवान शहीद हो गए. भारत चीन के सैनिकों की झड़प में भारतमाता के 20 वीर सपूत शहीद हो गए. इन शहीदों में झारखंड के 2 सपूत भी शामिल हैं. झड़प में साहिबगंज के वीर सपूत कुंदन ओझा शहीद हो गए. वहीं, बहरागोड़ा ब्लॉक के कोसाफलिया निवासी गणेश हांसदा (21) भी झड़प में शहीद हो गए. यह झड़प उस वक्त हुई जब भारतीय सैनिक वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) को लेकर बातचीत करने गए थे. घटना में शहीदों के अलावा 45 जवान जख्मी भी हुए थे.

ABOUT THE AUTHOR

...view details