धनबादः सोमवार को भूली मोड़ के समीप रेलवे ट्रैक के किनारे स्थित करीब 40 दुकानों को अतिक्रमण की कार्रवाई के तहत ध्वस्त कर दिया गया था. इस कार्रवाई के विरोध में स्थानीय दुकानदारों ने सांसद पशुपतिनाथ सिंह का पुतला दहन कर जमकर नारेबाजी की. सांसद के द्वारा स्थानीय दुकानदारों को 15 तारीख तक दुकान हटाने का आश्वासन दिया गया था. इसके बावजूद रेलवे प्रशासन के द्वारा कार्रवाई की गई. सांसद के द्वारा दिए गए आश्वासन को स्थानीय दुकानदारों ने झूठा करार दिया है.
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दुकानदारों का कहना है कि रेलवे के द्वारा दुकानों को हटाने की नोटिस दिए जाने के बाद उन्होंने सांसद पीएन सिंह से मामले को लेकर मुलाकात की थी. दुकानदारों की मौजूदगी में सांसद के द्वारा रेल अधिकारियों से फोन पर बातचीत भी की गई थी. जिसके बाद सांसद ने यह आश्वासन दिया था कि अगले 15 तारीख तक अपनी-अपनी दुकानें दुकानदार हटा लें, लेकिन सांसद का यह आश्वासन किसी काम का नहीं रहा. सांसद के द्वारा झूठा आश्वासन दुकानदारों को दिया गया है. सोमवार को ही रेल प्रशासन पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचा और सभी दुकानों को ध्वस्त कर दिया. रेलवे प्रशासन की इस कार्रवाई से दुकानों में रखे समान बर्बाद हो गए. दुकानदारों ने दुकानों में रखे सामान की बर्बादी के लिए सांसद को जिम्मेवार ठहराया है.
बता दें कि भूली मोड़ के समीप रेलवे ट्रैक के किनारे स्थित दुकानों के कारण रेलवे ट्रैफिक की समस्या खड़ी हो रही थी. फ्रेट कॉरिडोर के निर्माण में भी यह दुकानें बाधा पहुंचा रही थी. जिसके बाद रेल प्रशासन के द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई है. रेल प्रशासन ने पूर्व में ही इन दुकानदारों को यहां से हटने का नोटिस जारी किया था.