बोकारोः कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में दिन-प्रतिदिन संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही थी. संक्रमित लोगों को अस्पतालों में बेड नहीं मिल रहा था. ऑक्सीजन सिलेंडर को लेकर इधर-उधर भाग रहे थे. इस दौरान परेशान लोग क्षेत्र के विधायक और सांसद को खोज रहे थे, लेकिन बोकारो के बीजेपी विधायक बिरंची नारायण और धनबाद के बीजेपी सांसद पशुपतिनाथ सिंह गायब रहे. इसको लेकर बोकारो के आमलोगों में आक्रोश है. लोगों का कहना है कि ऐसे जनप्रतिनिधि न रहें तो अच्छा.
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स्थानीय निवासी कृष्ण कुमार ने बताया कि ऐसे विधायक और सांसद रहे या ना रहें, कोई फर्क नहीं पड़ता है. उन्होंने कहा कि जनता को जब जनप्रतिनिधि की जरूरत थी, तो वे खुद को घर के अंदर बंदकर संपूर्ण लॉकडाउन का पालन कर रहे थे और जनता को अपने हाल पर छोड़ दिया था. उन्होंने कहा कि इस संकट की घड़ी में लोगों को हिम्मत देनी चाहिए थी, लेकिन वे पूरी तरह गायब रहे.
स्थानीय निवासी जेके राय कहते हैं कि संकट के इस दौर में लोग अपने जनप्रतिनिधियों से बहुत उम्मीद रखते हैं, लेकिन इस उम्मीद पर विधायक और सांसद खड़े नहीं दिखे. हालांकि, कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण हो रहा है, तो मोदी सरकार के सात वर्ष पूरा होने पर कार्यक्रमों में शिरकत करने लगे हैं.