धनबादः जिला में लूट की घटना घटने के बाद पुलिस पहले अपराधियों की तलाश में नहीं जुटती बल्कि घंटों थाना क्षेत्र का विवाद सुलझाने में जुट जाती है. यही नहीं जिस स्थान पर लूट हुई, जब थाना क्षेत्र का विवाद नहीं सुलझता है तब मैप मंगाई जाती है. मैप के जरिए विवाद खत्म होने के बाद पुलिस लूट मामले में आगे की कार्रवाई में जुटती है. ऐसी है धनबाद पुलिस.
इन तश्वीरों का जरा गौर से देखिए, यहां कोई सड़क या फिर जमीन का ब्योरा मैप के जरिए नहीं समझा जा रहा है. बल्कि थाना क्षेत्र के विवाद के बाद यह मैप यहां मंगाई गयी है ताकि थाना क्षेत्र के विवाद को सुलझाया जा सके. यह जानकर आपको भी आश्चर्य होगा कि ऐसा लूट की घटना के बाद पुलिस घंटों थाना क्षेत्र के विवाद में अपनी माथापच्ची करती रही. जबकि पुलिस को लूट की वारदात के बाद तत्परता के साथ अपराधियों की तलाश में जुटना चाहिए था. लेकिन पुलिस ने ऐसा करना मुनासिब नहीं समझा.
वाह रे धनबाद पुलिस! लूट के बाद झरिया थाना और लोदना ओपी के सीमा विवाद में उलझी रही पुलिस
धनबाद में लूट की घटना हुई. लेकिन इसके बाद सीमा विवाद में पुलिस उलझ गयी. घटना लोदना ओपी क्षेत्र में हुई या फिर झरिया थाना क्षेत्र में हुई, इस सीमा विवाद में पुलिस को घंटो माथापच्ची करनी पड़ी. मामला सुलझने के बाद मामला दर्ज किया गया.
सीमा विवाद सुलझने के बाद एसडीपीओ ने लोदना ओपी में मामला दर्ज करने का आदेश दिया. इस घटना के कई घंटे बीत जाने के बाद मामला लोदना ओपी में दर्ज किया गया. एसडीपीओ अभिषेक कुमार ने बताया कि सीमा विवाद का कन्फ्यूजन था. कन्फ्यूजन दूर होने के बाद लोदना ओपी में मामला दर्ज कर लिया गया है, मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है.
वहीं घटना के संबंध में पीड़ित उदय सिंह ने बताया कि वो बरमसिया में एक प्लांट में गार्ड के पद पर काम करता है. शुक्रवार की रात ड्यूटी कर अपने घर जयरामपुर कोलियरी जा रहा था. इसी क्रम पुराना रक्षा काली मंदिर के पास चार की संख्या में युवक आए और उसपर हमला कर दिया. जिसमें वो बाइक सहित सड़क पर गिर गया. जिसके बाद अपराधी उसका पैसा, मोबाइल और मोटरसाइकिल लेकर झरिया की ओर भाग निकले.