धनबादः लॉकडाउन में फंसे लोग किसी तरह अपने घर जाने का प्रयास कर रहे हैं. ऐसे लोग पुलिस की गिरफ्त में भी आ रहे हैं. धनबाद में भी इसी तरह का मामला सामने आया है. यहां छत्तीसगढ़ से पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जा रहे 6 लोगों को पुलिस ने जिले के रणधीर वर्मा चौक पर पकड़ा है. 5 बाइक पर 6 लोग सवार थे. पुलिस द्वारा पकड़े जाने के बाद इन्हें सदर अस्पताल भेज दिया गया, जहां से डॉक्टरों द्वारा मेडिकल जांच के बाद होम क्वॉरेंटाइन के लिए भेज दिया है. बाद में जांच के बाद पुलिस ने इन्हें जाने दिया.
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देख देश में लॉकडाउन 3.0 लागू कर दिया गया है, जिसकी सीमा बढ़ाकर अब 17 मई कर दी गई है. इसे लेकर दूसरे राज्य में काम कर रहे मजदूरों का धैर्य अब टूटता जा रहा है.
किसी भी तरह मजदूर अपने घर पहुंचना चाहते हैं. लॉकडाउन 3.0 को लेकर प्रशासन का भी काफी सख्त हो गया है. हर चेक पोस्ट पर वाहन चेकिंग अभियान तेज कर दिया गया है, ताकि कोई भी अनावश्यक रूप से एक जिले से दूसरा जिले या राज्यों में आवाजाही न कर सके.
इसी क्रम में जिले के रणधीर वर्मा चौक पर एएसआई अशोक मंडल वाहन चेकिंग कर रहे थे. इस दौरान बाइक पर सवार 6 लोगों को रणधीर वर्मा चौक पर पकड़ा है. सभी लोगों से पूछताछ की गई. पूछताछ के दौरान सभी युवकों ने बताया कि वे छत्तीसगढ़ में मजदूरी का काम करते हैं. लॉकडाउन के कारण काम बंद है, जिसके कारण दो वक्त की रोटी पर भी आफत आ गई है.
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इसी वजह से सभी मजदूर छत्तीसगढ़ से मुर्शिदाबाद अपने घर जा रहे हैं, ताकि अपने घर में अपने परिवार का साथ दो वक्त की रोटी खा सकें. एएसआई ने सभी मजदूरों से पूछा कि छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य जांच कराएं हो तो कुछ प्रमाण दिखाओ मजदूरों ने कहा जांच तो कराया पर कोई प्रमाण नहीं है.
यह बात सुन एएसआई सभी मजदूरों को धनबाद के सदर अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने सभी मजदूरों की स्क्रीनिंग की और हाथों में मुहर लगाकर 14 दिनों के लिए अपने घर में क्वॉरेंटाइन में रहने को बोलकर अस्पताल से छोड़ दिया. अस्पताल से वापस आने के बाद सभी छह मजदूर अपने घर मुर्शिदाबाद के लिए निकल पड़े.