टुंडी,धनबाद: रेलवे के अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाए जाने के कारण एक परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है. पहले तो रेलवे ने इनकी दुकान को अतिक्रमण के नाम पर छीन लिया, उसके बाद दुर्गा पाड़ा कॉलोनी में रहने का घर भी तोड़ दिया. दुकान और घर टूटने के बाद इस घर का मुखिया श्याम लाल इस कदर सदमे में चला गया और उसकी जान चली गई.
श्यामल मंडल की पत्नी ने बताया कि 'हम लोग का दुकान लगभग 10 सालों से थी, लेकिन रेलवे ने 4 फरवरी को हमारी दुकान और मकान एक साथ तोड़ दिया. इसके बाद हमारा परिवार उसी टूटे मकान में रहता था'.