धनबाद: जिले के टुंडी प्रखंड के पांडेयडीह और बेजड़ाबाद गांव में विगत सप्ताह से अंधेरा छाया हुआ है. 27 मार्च को ही ट्रांसफार्मर जलने के बाद बिजली अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई, लेकिन इसके बावजूद कोई नतीजा नहीं निकल पाया है. इन दो गांवों में 27 मार्च से ही अंधेरा छाया हुआ है. ट्रांसफार्मर जलने के बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना बिजली विभाग के अधिकारियों को भी दी, लेकिन बिजली विभाग ने इन दोनों गांव में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई, जिस कारण ग्रामीणों की होली भी बेरंग बीत गई.
धनबादः ट्रांसफार्मर जलने से 2 गांवों में छाया अंधेरा, बिजली विभाग मौन
धनबाद के टुंडी प्रखंड के पांडेयडीह और बेजड़ाबाद गांव में विगत सप्ताह से अंधेरा छाया हुआ है. दरअसल, यहां 27 मार्च से ही ट्रांसफार्मर जला हुआ है. ग्रामीणों ने इसकी सूचना बिजली विभाग के अधिकारियों को भी दी, लेकिन बिजली विभाग ने इन दोनों गांव में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई.
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बिजली विभाग ने जानकारी होने से किया इंकार
इस मामले की जानकारी होने के बाद ईटीवी भारत संवाददाता ने जब बिजली विभाग के एसडीओ से इस बात की तो उन्होंने मामले की जानकारी होने से भी इंकार कर दिया, जबकि ग्रामीणों का कहना है कि ट्रांसफार्मर जलने के बाद ही तुरंत बिजली विभाग के अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई थी. ग्रामीणों ने बताया कि लगभग 200 से अधिक कनेक्शन इन दोनों गांवों में है और लगभग सभी का बिजली बिल भी जमा है. इसके बावजूद बिजली अधिकारी इस तरफ कभी भी ध्यान नहीं देते.
बिजली नहीं होने से ग्रामीण भयभीत
गर्मी की आहट होते ही ग्रामीण इलाकों में देर शाम सांप निकलने की समस्या से ग्रामीण काफी परेशान रहते हैं. ऐसे में अगर अंधेरा छाया हुआ हो तो यह परेशानी और भी बढ़ जाती है. ग्रामीणों का कहना है कि अगर जल्द से जल्द बिजली नहीं आती है तो सांप के काटने से कुछ ग्रामीणों की मौत भी हो सकती है, क्योंकि गांव के ठीक बगल में बराकर नदी है, जिस कारण जहरीले सांप गांव की तरफ देर शाम आ जाते हैं. ग्रामीण बिजली न होने के कारण काफी भयभीत हैं.
चंदा जुटाने में लगे ग्रामीण
ग्रामीणों ने बताया कि बिजली विभाग के अधिकारियों को कुछ चढ़ावा देने के बाद ही बिजली अधिकारी इस ओर ध्यान देते हैं. लोगों ने बताया कि गांव वाले आपस में चंदा जुटाने में लगे हैं. चंदा जुटाकर बिजली विभाग के अधिकारियों को दिया जाएगा, तब ही इस समस्या का समाधान होगा. अब देखने वाली बात यह होती है कि ईटीवी भारत में खबर प्रकाशित होने के बाद इस पर बिजली विभाग के अधिकारी संज्ञान लेते हैं या नहीं.
ट्रांसफार्मर जलने की समस्या बरकरार
यह स्थिति तब है जब झारखंड में झामुमो की सरकार है और टुंडी विधानसभा से स्थानीय मथुरा प्रसाद महतो झामुमो के विधायक हैं, लेकिन उसके बावजूद भी ट्रांसफार्मर जलने के बाद सप्ताह भर गांव में अंधेरा छाया हुआ है. यह एक गंभीर सवाल है. 100 केवी का ट्रांसफार्मर जला हुआ है, जबकि इन दोनों गांवों का लोड कम करने के लिए 25 केवी का तीन ट्रांसफार्मर बेजडाबाद गांव में लगाया गया है. लगभग साल भर बीत जाने के बाद भी वह ट्रांसफार्मर अब तक चालू नहीं हो सका है. लोड अधिक होने के कारण ही ट्रांसफार्मर जलने की समस्या बरकरार है.