धनबाद:मासस (मार्क्सवादी समन्वय समिति) एग्यारकुंड प्रखंड कमेटी की ओर से जिप सदस्य बादल बाउरी के नेतृत्व में सोमवार को पांच सूत्री मांगों को लेकर एग्यारकुंड प्रखंड कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय धरना दिया गया. इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि एग्यारकुंड प्रखंड के अंचलाधिकारी द्वारा कार्य नहीं किया जा रहा है. अंचलाधिकारी को यहां आये डेढ़ वर्ष हो चुके हैं, लेकिन लोगों का काम लंबित पड़ा है.
Dhanbad News: मासस के सदस्यों ने एग्यारकुंड प्रखंड कार्यालय के समक्ष दिया धरना, कहा-जन समस्याओं का शीघ्र हो निदान, वरना करेंगे चरणबद्ध आंदोलन
एग्यारकुंड प्रखंड क्षेत्र में पेयजल की समस्या और अन्य मांगों को लेकर मासस प्रखंड कमेटी के सदस्यों ने धरना दिया. इस दौरान सदस्यों ने जल्द से जल्द समस्याओं का समाधान कराने की मांग की.
समय पर नहीं हो रहा प्रमाण पत्र निर्गतः प्रखंड कार्यालय में आवासीय, आय, दाखिल- खारिज, जाति, ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र निर्गत में घोर अनियमितता बरती जा रही है. इस दौरान प्रखंड कमेटी के सदस्यों ने कहा कि अंचल कार्यालय में बिचौलिया हावी हैं. वहीं प्रमाण पत्र समय पर निर्गत नहीं होने से कई विद्यार्थियों को नामांकन सहित अन्य कार्य में परेशानी हो रही है. इस दौरान सदस्यों ने अंचलाधिकारी को कार्यशैली में सुधार लाते हुए जल्द से जल्द प्रमाण पत्र निर्गत करने की मांग की.
क्षेत्र में पेयजल की समस्या का समाधान करने की मांगः वहीं धरना का नेतृत्व कर रहे जिप सदस्य बादल बाउरी ने कहा कि एग्यारकुंड प्रखंड क्षेत्र में पानी की घोर समस्या है. जिसके चलते लोगों को रात भर जाग कर पानी भरना पड़ता है. उन्होंने पीएचईडी विभाग के पदाधिकारियों से अपील की कि रात में पेयजल आपूर्ति के सिस्टम के बदलें. रात में पानी के लिए जगने से लोग बीमार पड़ने लगे हैं. सदस्यों ने कहा कि मुगमा पेयजल आपूर्ति योजना शुरू होने के बावजूद मुग्मा गलफरबाड़ी, भालूकसुंधा, एग्यारकुंड, सियारकानाली सहित कई इलाकों में आज भी लोग पानी के लिए तरस रहे हैं. मासस सदस्यों ने मांग की कि विभाग जल्द से जल्द इन क्षेत्रों में पेयजल की समस्या का समाधान करें.
समस्या का निदान नहीं होने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनीः वहीं सदस्यों ने बताया कि इस संबंध में बीडीओ विनोद कर्मकार ने 25 मार्च को बैठक करने का आश्वासन दिया है. कमेटी के सदस्यों ने कहा कि यदि हमारी मांगे 25 मार्च को नहीं मानी गई तो प्रखंड कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ जाएंगे और आगे जरूरत पड़ी तो आमरण अनशन भी करेंगे.