धनबाद: बारिश के कारण अग्नि प्रभावित और भू-धसान क्षेत्र में रह रहे लोगों का जीवन बेहद कठिन दौर से गुजर रहा है. लोग जान हथेली पर रखकर रहने को मजबूर हैं. गुरुवार को फिर जोगता में भू-धसान की एक बड़ी घटना घटी है. जोगता थाना क्षेत्र के 22/12 तेतुलमूड़ी बस्ती में स्थित मस्जिद के ठीक बगल में भू-धसान हुआ है. जिसके कारण एक बड़ा हिस्सा जमीन के अंदर समा गया.
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भू-धसान के कारण मस्जिद को ऊपर खतरा मंडराने लगा है. मस्जिद के अंदर नमाज करने वाले लोगों को भय सता रहा है. भू-धसान की चपेट में मस्जिद भी कब ना आ जाए, यह कह पाना मुश्किल है. यह इलाका पूरी तरह से भूधसान क्षेत्र है. मस्जिद की दीवारों में दरारें पड़ चुकी हैं. बता दें कि मंगलवार को भी जोगता में ही भू-धसान के कारण एक घर जमींदोज हो गया था. जिसमें काफी मशक्कत के बाद भू-धसान में समाए तीन लोगों की जिंदगी किसी तरह बचा ली गई थी.
बस्ती के लोगों में दहशत का आलम: घटना के कारण बस्ती में दहशत का आलम है. बस्ती के ग्रामीणों ने बताया कि इस तरह की घटना वे पिछले कई सालों से झेल रहे हैं. इस बस्ती में 35 रैयतों के साथ करीब 500 अन्य लोगों का बसेरा है. बस्ती के घरों में ऐसी कोई दीवार नहीं है, जिनपर दरारें नही देखी जा सकती हैं. बस्ती के लोग अरसे से भय के साये में जीवन जीने को मजबूर हैं. यहां तक कि इस बस्ती का मुख्य सड़क पर भी पिछले साल बीचोंबीच भू-धसान हो चुका है. इस कारण सड़क पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है. लोग बस्ती में आने-जाने के लिए वैकल्पिक मार्ग का उपयोग करते हैं.
स्थानीय बीसीसीएल प्रबंधन को ठहराया जिम्मेदार: इन सारी घटनाओं का जिम्मेदार स्थानीय बीसीसीएल प्रबंधन को बताते हुए ग्रामीणों ने कहा कि जब भी इस तरह की घटना घटी है. स्थानीय बीसीसीएल प्रबंधन ने मामले की लीपापोती की है. साथ ही पुनर्वास का आश्वासन देकर ग्रामीणों को ठगने का काम किया है. उन्होंने कहा कि अब अंतिम सांस गिनने को मजबूर हम ग्रामीण एक रणनीति तय कर ठोस कदम के साथ आंदोलन का रास्ता अख्तियार करेंगे.