धनबाद: जिले में कोरोना के संक्रमण का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. अब कोरोना मरीजों की संख्या प्रतिदिन सौ के पार आने लगे हैं. बुधवार को 103 नए कोरोना मरीज पाए गए हैं. वहीं मरीजों की पहचान में दिक्कत होने के बाद अब कोरोना जांच करवाने वाले को पहचान पत्र और पूरा ब्यौरा प्रशासन को देना होगा. ट्रूनेट, आरटी पीसीआर, पैथकाइंड और लाल पैथ लिमिटेड में जांच के लिए जाने पर लोगों को पहचान पत्र देना अनिवार्य होगा.
धनबाद में लोगों के फर्जी नाम और अधूरी जानकारी से कोरोना जांच कराए जाने से परेशान स्वास्थ्य विभाग ने कोविड-19 जांच के लिए आईडी कार्ड अनिवार्य कर दिया है. नए आदेश के मुताबिक जिले में अब आधार कार्ड या पहचान पत्र दिखाए बिना कोरोना टेस्ट नहीं किया जाएगा. उपायुक्त सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार धनबाद, उमा शंकर सिंह ने कोरोना वायरस की जांच कराने वाले सभी लोगों का पहचान पत्र और मोबाइल नंबर के साथ सही पता दर्ज करने का आदेश ट्रूनेट, आरटी पीसीआर, पैथकाइंड और लाल पैथ लिमिटेड के नोडल पदाधिकारियों को दिया है.
अब कोरोना टेस्ट करवाने के लिए दिखाने होंगे पहचान पत्र, जांचकर्ता को देना होगा अपना पूरा ब्यौरा
देश में कोरोना वायरस का संक्रमण विस्फोटक होते जा रहा है. सख्त कड़ाई के बाद भी देश में कोरोना की स्थिति में फिलहाल कोई सुधार नहीं है. धनबाद उपायुक्त उमा शंकर सिंह ने कोरोना की जांच को लेकर एक निर्देश दिया है. जिसमें अब लोगों को कोरोना टेस्ट कराने के लिए अपना पहचान पत्र देना अनिवार्य होगा. उपायुक्त ने कोरोना जांच से पहले अब प्रत्येक व्यक्ति को अपना पता समेत पहचान पत्र देना अनिवार्य रूप से जरूरी होगा.
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इस संबंध में उपायुक्त ने कहा कि ट्रूनेट, आरटी पीसीआर, पाथ काइंड और लाल पैथ लिमिटेड के नोडल पदाधिकारियों को आदेश दिया है कि कोरोना लक्षण वाले जो भी संक्रमित जांच के लिए आते हैं, जांच के साथ उनकी पहचान के लिए आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड या अन्य कोई भी पहचान पत्र, जिसमें उसका सही वर्तमान पता की जानकारी हो, उसके साथ उनका मोबाइल नंबर भी लेने का आदेश दिया है. साथ ही आईडीएसपी सेल के नोडल पदाधिकारी को उपरोक्त सभी नोडल पदाधिकारियों से समन्वय स्थापित करने का भी आदेश दिया है. उपायुक्त ने कहा कि संक्रमित की सही जानकारी होने पर उसका उपचार, कांटेक्ट ट्रेसिंग और कंटेंमेंट जोन का शीघ्र निर्माण किया जा सकेगा. अभी वर्तमान में कोरोना मरीज पॉजिटिव आने के बाद उनकी सही जानकारी नहीं होने से कठिनाइयां सामने आ रही थी.