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कोरोना की तीसरी लहर में अपने बच्चों की कैसे करें देखभाल, डॉ. एसके केसरी से जानें राय

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Published : Sep 20, 2021, 5:17 PM IST

Updated : Sep 20, 2021, 10:51 PM IST

डॉक्टर लगातार इस बात को लेकर अलर्ट कर रहे हैं कि कोरोना की तीसरी लहर सबसे ज्यादा बच्चों को प्रभावित करेगी. ऐसे में पैरेंट्स काफी चिंतित हैं. तीसरी लहर से बच्चों को कैसे बचाएं, इसको लेकर ईटीवी भारत के संवाददाता संतोष साव ने बात की शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. एसके केसरी से.

third wave of corona in dhanbad
धनबाद में कोरोना की तीसरी लहर

धनबाद:कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर लोग काफी चिंतित हैं. इस आशंका के बाद कि तीसरी लहर में बच्चों पर ज्यादा प्रभाव पड़ेगा, पैरेंट्स काफी परेशान हैं. तीसरी लहर से बचने के क्या उपाय हैं, इसको लेकर ईटीवी भारत के संवाददाता ने बात की शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. एसके केसरी से.

बच्चों के खानपान का रखें ध्यान

डॉ. एसके केसरी ने बताया कि बच्चों पर लगातार नजर बनाए रखें. उन्हें थोड़ा सा भी कफ, खांसी, जुकाम होने पर तुरंत डॉक्टर के पास ले जाएं. बच्चों को ठंडी चीजें नहीं खिलाएं. अभी आइस्क्रीम, कोल्ड्रिंक्स, चॉकलेट से दूरी बनाए रखें. कोविड के नए लक्षणों में पेट दर्द, उल्टी, दस्त जैसी समस्या भी सामने आ रही है. ध्यान रहे बच्चों में इस तरह के लक्षण पाए जाने पर डॉक्टर से जरूर परामर्श लें. अगर बच्चे सुस्त भी नजर आते हैं तो हाल जरूर पूछें. बच्चों के खान पान पर विशेष ध्यान रखें. बच्चों की डाइट में जरूर बदलाव करें. उन्हें हेल्दी सब्जी खिलाएं. फ्रूट्स खिलाते रहें.

शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. एसके केसरी से बात की संवाददाता संतोष साव ने.

बच्चों को खुली हवा में जरूर ले जाएं

सेनेटाइजर की जगह बच्चों को साबुन से हाथ धोने के लिए कहें. बार-बार मुंह पर हाथ फेरने से रोकें. मास्क कैसे पहनना है और कैसे निकालकर रखना है, यह जरूर बताएं. बच्चों को माइंड गेम, ऑनलाइन डांस क्लास, पजल, स्टोरी रीडिंग जैसी चीजों में व्यस्त रखें. कोरोना वायरस फैल रहा है लेकिन बच्चों को खुली हवा में भी जरूर ले जाएं. इसके लिए छत पर थोड़ी देर टहल सकते है. सुबह का वक्त ज्यादा बेहतर होता है. परिवार बड़ा है तो कोशिश करें कि वेंटिलेशन, खिड़कियां खुली रखें ताकि अंदर की हवा बाहर और बाहर की अंदर आ सके. बंद कमरे में वायरस का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है.

स्कूल में विशेष ध्यान रखें टीचर्स

झारखंड सरकार स्कूल खोलने को लेकर एडवाइजरी जारी कर चुकी है. ऐसे में यह जरूरी है कि सभी स्कूलों में प्रिंसिपल और टीचर्स मास्क, हैंड वॉश और सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ख्याल रखें. किसी बच्चों में कोई लक्षण दिखे तो तुरंत उनके पैरेंट्स को सूचना दें. कोरोना संक्रमण काल में ऐहतियात ही बचाव है तभी इससे जंग जीत पाएंगे.

Last Updated : Sep 20, 2021, 10:51 PM IST

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