धनबाद: कोयलांचल की धरती सिर्फ काले हीरे को ही अपने अंदर समाहित नहीं की हुई है. कई और रहस्य भी अपने अंदर छुपाकर रखी हुई है. कुछ ऐसा ही यहां का गर्म कुंड है. जिसमें स्नान करने के बाद चर्म रोग की समस्या दूर हो जाती है. टुंडी प्रखंड के चरक खुर्द गांव में एक रहस्यमय गर्म कुंड है. इस कुंड का अपना विशेष महत्व है. दूर दराज से लोग इस कुंड में स्नान के लिए पहुंचते हैं.
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गर्म कुंड के कई रहस्य
स्थानीय लोगों का कहना है कि दादा-परदादा के जमाने से पानी का यह गर्म कुंड है. चर्म रोगों से मुक्ति के लिए यहां लोग स्नान करने पहुंचते हैं. 3 दिन विधि-विधान के साथ स्नान करने से चर्म रोगों से मुक्ति मिल जाती है. लोगों ने कहा कि पाचन की समस्या होने पर भी कुंड का पानी बहुत कारगर है. यहां का थोड़ा पानी पीने से ही पाचन क्रिया ठीक हो जाती है. गर्म कुंड होने के कारण ही इस गांव का नाम चरक खुर्द पड़ा है.
1996 में हुआ था उद्घाटनसाल 1996 टुंडी के तत्कालीन विधायक डॉ. सबा अहमद ने कुंड का बाउंड्री वाल कराकर इसका उद्घाटन किया था. इसके सौंदर्यीकरण की मंशा तत्कालीन विधायक को थी. लेकिन जमीन की उपलब्धता नहीं होने के कारण सौदर्यीकरण का काम नहीं हो सका, फिर भी इस गर्म कुंड का महत्व आज भी कम नहीं हुआ है.
धनबाद एसएनएमएमसीएच (SNMMCH) के चर्म रोग विभाग के नोडल ऑफिसर और विशेषज्ञ डॉ. एसके मंडल ने कहा कि यह एक पुरानी आस्था है, जो सालों से चली आ रही है. विज्ञान और चिकित्सा शास्त्र के बारे में इस पर कह पाना बड़ा मुश्किल है. स्कीन संबंधी कई तरह की बीमारियां हैं, सिर्फ गर्म कुंड में स्नान से सभी बीमारियों का ठीक होना नामुनकिन है. उन्होंने कहा कि साधारण खुजली की बीमारी गर्म कुंड में स्नान से ठीक हो सकता है. इसका कारण है कि गर्म कुंड के पानी में अक्सर सल्फर की मात्रा मौजूद रहती है. जिसके कारण खुजली की बीमारी ठीक हो जाती है, पर सभी तरह के चर्म रोग ठीक होने के कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है.