धनबाद: आईआईटी आईएसएम भगवान की शरण में जाकर शांति और ज्ञान के लिए तीन दिवसीय यज्ञ का आयोजन करा रहा है. आईएसएम परिसर में स्थित शिव मंदिर में प्रबंधन की ओर से यज्ञ कराया जा रहा है. माना जा रहा है कि पिछले 6 महीनों में आईएसएम परिसर के अंदर हुई 3 मौतों की वजह से ही यह आयोजन किया गया है. हालांकि आईएसएम प्रबंधन इन बातों को खारिज कर रहा है.
भगवान की शरण में IIT-ISM, 6 महीने में हो चुकी है तीन मौतें, तीन दिवसीय यज्ञ का आयोजन
धनबाद आईआईटी-आईएसएम परिसर में तीन दिवसीय यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है. इस दौरान एक लाख आठ हजार महामृत्युंजय जाप और अखंड रामायण पाठ कराया जा रहा है.
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आईआईटी आईएसएम के डिप्टी रजिस्ट्रार सह मंदिर कमिटी के सेक्रेटरी दीपेन पांडेय ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि आज से यज्ञ आरंभ हुआ है. 2 जुलाई को यज्ञ का समापन है. देवघर से आए 15 आचार्य यज्ञ में शामिल हुए हैं. यज्ञ में एक लाख 8 हजार महामृत्युंजय जाप कराया जा रहा है. इस दौरान अखंड रामायण का पाठ भी चल रहा है. इसके साथ ही चंडी पाठ भी कराई जा रही है. उन्होंने बताया कि कैंपस में सुख समृद्धि शांति बनी रहे. इसके लिए यज्ञ और हवन का आयोजन किया गया है. हाल में परिसर हुई मौतों को लेकर यज्ञ कराए जाने की बात से दीपेन पांडे ने साफ इंकार किया है.
बता दें कि हाल ही में 14 जून को आईएसएम परिसर में स्विमिंग पूल में नहाने के दौरान असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ यशवंत कुमार गुजाला की डूबने से मौत हो गई थी. वह ओडिशा के बालासोर के रहने वाले थे. अपने कुछ साथियों के साथ आईएसएम परिसर में स्थित स्विमिंग पूल में नहा रहे थे. एक महीने पहले ही उनकी शादी हुई थी. डॉ यशवंत माइनिंग इंजीनियरिंग विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत थे.
16 जनवरी 2023 को इलेक्ट्रॉनिक्स डिपार्टमेंट में जूनियर टेक्नीशियन दीपक कुमार ने सुसाइड कर ली थी. दीपक की शादी होने वाली थी. लेकिन शादी के 10 दिन पहले ही उन्होंने आत्महत्या कर ली थी. 6 दिसंबर 2022 को अंबर हॉस्टल में 2018 बैच के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग का छात्र चेरुकुरी प्रवीण ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. वह मूल रूप से हैदराबाद के रहने वाले थी.