धनबाद: जिले के लिए ऐसे ही दुर्भाग्य ही कहा जा सकता है कि ग्रीन जोन के दरवाजे पर खड़ा होने के बावजूद धनबाद ग्रीन जॉन नहीं बन पाया. कोयलांचल धनबाद के लिए रविवार का दिन राहत भरी होती क्योंकि धनबाद ग्रीन जोन की राह पर चल पड़ा था. अगर शनिवार को किसी मरीज की पुष्टि धनबाद में नहीं होती तो धनबाद ग्रीन जोन में शामिल हो जाता है लेकिन ठीक उससे पहले धनबाद में दो कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज की पुष्टि हो गई है.
बता दें कि धनबाद में पहला कोरोना मरीज 16 अप्रैल को मिला था जो कुमारधुबी इलाके का रहने वाला था और दूसरा कोरोना मरीज 18 अप्रैल को मिला था जो रेलकर्मी था. शनिवार को 21 दिन पूरा होने वाला था लेकिन कोरोना संक्रमित मरीज नहीं मिलता तो धनबाद तकनीकी तौर पर ग्रीन जोन में शामिल हो जाता, परंतु 2 मरीज मिलने के बाद धनबाद का ग्रीन जोन बनने का सपना अधूरा रह गया. धनबाद अभी ऑरेंज जॉन में ही रहेगा.
वहीं, जिन दो मरीजों की पुष्टि धनबाद में हुई है यह दोनों मां बेटे हैं जो धनबाद के जामाडोबा इलाके के रहने वाले हैं. बेटा अपनी 77 वर्षीय मां का इलाज कराने के लिए मुंबई गए थे. मुंबई से एंबुलेंस लेकर धनबाद लौटे थे धनबाद लौटकर यह कुमारधुबी इलाके में अपने रिश्तेदार के यहां जाना चाहते थे लेकिन उससे पहले ही उन्हें जांच के लिए निरसा भेज दिया गया और जांच में अधिक तापमान आने पर उन्हें पीएमसीएच भेज दिया गया. पीएमसीएच में दोनों के स्वाब की जांच की गई और उन्हें घर भेजने के बजाय पीएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में ही रखा गया. अब शनिवार को इन दोनों मां-बेटे की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है.
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उपायुक्त अमित कुमार ने इस मामले की पुष्टि की है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुंबई प्रशासन को भी इस मामले को लेकर सूचित कर दिया गया है. मुंबई के जिस गुरुद्वारा में वे लोग ठहरे हुए थे. गुरुद्वारा प्रबंध समिति और वहां के प्रशासन को सूचित कर दिया गया है. इसके साथ ही इनकी ट्रैवल हिस्ट्री भी निकाली जा रही है.