अनीता मजूमदार से ईटीवी भारत की खास बातचीत धनबादः कहते हैं कोयले की खान से ही हीरा निकलता है. इस कहावत को एक बार सार्थक किया है धनबाद की बेटी अनीता मजूमदार ने. जिन्होंने मॉडलिंग से अपने करियर की शुरुआत की और आज उनके कदम बॉलीवुड तक भी पड़ चुके हैं. साल 2022 दादा साहब फाल्के फैशन आइकॉन अवार्ड से सम्मानित अनीता इन दिनों अपने घर धनबाद में हैं. बतौर लीड रोल के साथ बॉलीवुड एलबम 'ओ हिरीये' को लेकर वो काफी उत्साहित हैं. उनके साथ खास बातचीत की धनबाद संवाददाता नरेंद्र निषाद ने.
कोयलांचल की बेटी अनीता मजूमदार कोयला नगरी से माया नगरी तक अपना कदम बढ़ाया है. साल 2018 में अनीता मिस इंडिया रनर अप रही हैं. साल 2022 में दादा साहब फाल्के फैशन आइकॉन अवार्ड से भी सम्मानित हो चुकी हैं. फिलहाल अनीता धनबाद नगर निगम की ब्रांड अम्बेसडर हैं. 2023 में बॉलीवुड एलबम 'ओ हिरीये' में उनका मुख्य किरदार है. इसी एलबम के जरिए वो मुंबई फिल्म इंडस्ट्री में कदम रख रही हैं.
दादा साहब फाल्के फैशन आइकॉन अवार्ड के साथ अनीता मजूमदार बॉलीवुड में अपनी पहचान बनना काफी कठिनः अनीता ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि शाहिद माल्या आज बॉलीवुड में बड़ा नाम है, फिल्म गुंडे, उड़ता पंजाब, जब हैरी मेट सजल में गाए गानों के लिए वो फेमस हैं. उनकी एलबम ओ हिरीये में उन्होंने बतौर मुख्य भूमिका निभाई है. इस एलबम को लेकर अनीता काफी उत्साहित हैं. शूटिंग और फिल्म में काम को लेकर कहा कि कोल कैपिटल से बॉलीवुड में अपनी पहचान बनना काफी कठिन था. पहली एलबम की शूटिंग थी तो मैं अपने आप में काफी नर्वस फील कर रही थी. लेकिन मुझे बॉलीवुड तक पहुंचाने में परिवार और धनबाद वासियों का काफी सहयोग रहा.
लोगों की बातों पर नहीं लक्ष्य पर फोकस जरूरीः अनीता मजूमदार ने बॉलीवुड में पहुंचने और मॉडलिंग की दुनिया में कदम रखने पर दौरान आने वाले कठिनाइयों के बारे में ईटीवी से साझा किया. उन्होंने बताया कि लड़कियां जब घर से बाहर निकलती हैं तो घर वालों से ज्यादा बाहर वालों की बातों का सामना करना पड़ता है. बाहर के लोग तरह तरह की बातें करते हैं, लड़कियों के बाहर निकलने पर आज भी लोगों के विचार में कमियां देखने को मिलती है. इस दौरान लोगों बहुत ज्यादा ताना सुनना पड़ता है. उनका एलबम आने के बाद भी लोगों ने ताना मारना नहीं छोड़ा. वो कहती हैं कि मैं लोगों की बातों पर ध्यान नही देती, मैं अपने लक्ष्य का हमेशा ख्याल रखती हूं और उसको ही फोकस कर आगे बढ़ती हूं.
मिस इंडिया 2018 रनर अपः 2015 से मॉडलिंग से अपने करियर की शुरुआत करने वालीं अनीता मजूमदार मिस इंडिया 2018 की रनर अप रही हैं. इसके लिए वो अपने गुरु देव जिंदल का बहुत आभारी व्यक्त करती हैं. अनीता कहता हैं कि आज मैं धनबाद नगर निगम में ब्रांड एम्बेसडर के रूप में जानी जाती हूं, इसके लिए मैं नगर निगम के कमिश्नर की आभारी हूं. मॉडलिंग के क्षेत्र में दादा साहब फाल्के फैशन आइकॉन अवार्ड के दीपक चतुर्वेदी को बहुत बहुत धन्यवाद देना चाहूंगी, जिसने मुझे इस काबिल समझा.
मेरे पिता और अभिनेत्री रेखा मेरे रोल मॉडलः पूर्व मिस इंडिया और दादा साहब फाल्के फैशन आइकॉन अवार्ड अनीता मजूमदार खुद किसी आइकॉन से कम नहीं हैं. लेकिन उनके भी रोड मॉडल और आइकॉन हैं. अनीता का रोल मॉडल कौन है, इस सवाल पर वो भावुक होकर कहती हैं कि उनके पिता ही उनके असली रोल मॉडल हैं, भले ही वो आज उनके साथ नहीं हैं लेकिन वो हमेशा मुझे प्रेरणा देते हैं. बॉलीवुड इंडस्ट्री को लेकर उनके आइकॉन के सवाल पर अनीता फिल्म स्टार रेखा की तरह अपना नाम रौशन करना चाहती हैं. इसके पीछे उनका मानना है कि अभिनेत्री रेखा के संघर्ष को एक मिशाल की तरह मानती हैं, क्योंकि आज भी उन्हें सम्मान और उम्दा अदाकारा के रूप में जाना जाता है.