धनबाद: आउटसोर्स के तहत बहाल किए गए कोरोना संक्रमण के दौरान धनबाद के विभिन्न अस्पताल में काम करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों को काम से हटा दिया गया है. इसके साथ ही स्वास्थ्यकर्मियों को पांच महीने का वेतन भुगतान भी विभाग ने नहीं किया है. जिसके कारण स्वास्थ्यकर्मियों की परेशानी बढ़ गई. उन्हें अपने परिवार के भरण पोषण की चिंता सताने लगी है. विभाग के रवैये से नाराज स्वास्थ्यकर्मियों ने कैंडल मार्च निकाला और रणधीर वर्मा चौक पर जमकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया.
धनबाद में स्वास्थ्यकर्मियों का प्रदर्शन, बकाया वेतन भुगतान और रेगुलर करने की मांग - ETV Jharkhand
कोरोनाकाल में काम करवाने के बाद अब स्वास्थ्यकर्मियों को काम से निकाल दिया गया है. जिसे लेकर धनबाद में स्वास्थ्यकर्मियों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन (Demonstration of health workers in Dhanbad) किया है. उन्होंने सरकार से मांग की है कि उनके बकाये वेतन का भुगतान कर उन्हें नियमित रूप से काम पर रखा जाए.
स्वास्थ्यकर्मियों का कहना है कि कोरोना जैसी आपात स्थिति में जब लोग घर से निकलने से परहेज करते थे. उस वक्त हम सभी स्वास्थ्यकर्मियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया. लेकिन आज सरकार हमारी अहमियत को भूल चुकी है. विभाग की ओर से हमें काम से हटा दिया गया है. यही नहीं 5 महीने का वेतन भुगतान भी नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि विभाग की इस कार्यशैली से परिवार के भरण पोषण की समस्या खड़ी हो गई है. परिवार के समक्ष भूखे मरने की नौबत आ गई है. स्वास्थ्यकर्मियों ने बकाया वेतन के भुगतान और कार्य पर नियमित रूप से रखने की मांग की है. स्वास्थ्यकर्मियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि हमारा आंदोलन आगे भी जारी रहेगा. मांग पूरी नहीं होने पर सभी स्वास्थ्यकर्मियों ने आमरण अनशन पर बैठने की चेतावनी दी है.