धनबाद: भाटडीह ओपी क्षेत्र के मुरलीडीह पांच नंबर में कोयला तस्कर फिर से सक्रिय हो गए हैं. यहां तस्कर अवैध उत्खनन के जरिए व्यापक पैमाने पर कोयले की चोरी कर रहे थे. इसका खुलासा शनिवार को वन विभाग की टीम ने छापेमारी के दौरान किया. इस दौरान यहां अवैध उत्खनन के मुहाने पाए गए हैं. इन मुहानों के पास सैकड़ों बोरियां वन विभाग को पड़ी मिली.
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यही नहीं यहां से लकड़ी की सीढ़ी भी वन विभाग को मिली है. सीढ़ी के सहारे ही लोग अवैध खदानों में कोयला कटाई के लिए उतरते थे. बताया जा रहा है कि वन विभाग की छापेमारी की भनक कोयला तस्करों को पहले ही लग चुकी थी. जिसके बाद कोयला तस्करों ने मौके से कटाई की गई कोयले को उठवा लिया था. जिस कारण कोयला बरामद नहीं हो सका है. वन विभाग की टीम ने बरामद बोरियों और लकड़ी की सीढ़ी को मौके पर आग लगाकर जला दिया है. वहीं अवैध उत्खनन के दो मुहानों को ध्वस्त कर उसकी भराई वन विभाग के द्वारा की गई है. वन विभाग के असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर नारायण महतो के नेतृत्व में दर्जनों जवान मौके पर मौजूद रहे.
गौरतलब है कि अवैध उत्खनन के दौरान चाल धंसने से नौ जून को 10 साल के बच्चे समेत तीन लोगों की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद भी तस्करों का दुस्साहस कम नहीं हो रहा है. तस्कर खुलेआम लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं. बारिश के बीच तस्कर अवैध उत्खनन के जरिए कोयले की तस्करी कर रहे हैं. बारिश में अवैध उत्खनन का मुहाना कब धंस जाए और कब लोग काल गाल में समा जाए यह कहना मुश्किल है.