धनबाद: जिले केझरिया स्थित मोहलबनी श्मशान घाट जाने वाले रास्ते में खाली पड़ी जमीन पर घर बना रहे लोगों को निर्माण कार्य पर रोक लगाने का आदेश जिला प्रशासन ने दिया है. झरिया सीओ और सुदामडीह थाना प्रभारी गुरुवार को मौके पर पहुंचे और हो रहे निर्माण कार्य को बंद करने का आदेश दिया.
झरिया सीओ ने निर्माण कार्य को रुकवाया भौंरा पूर्वी झरिया क्षेत्र के 4 एच पैच आउटसोर्सिंग कंपनी के समीप रह रहे करीब 30 से 35 लोगों को जिला प्रशासन की ओर से उक्त स्थान की प्लॉटिंग कर अस्थायी तौर पर घर बनाकर रहने की अनुमति दी गई थी. जिसके बाद वहां के लोगों ने घर बनाना शुरू कर दिया था. लोगों ने घर निर्माण के लिए 7-8 फिट की दीवार भी खड़ी कर दी थी, लेकिन सीओ और थाना प्रभारी ने यह कहकर निर्माण कार्य पर रोक लगा दिया कि श्मशान घाट जाने वाले रास्ते के आसपास कोई भी घर या दुकान नहीं बनेगा.मोहलबनी श्मशान घाट जाने वाले रास्ते के समीप घर बना रहे लोगों का कहना है कि बड़ी मुश्किल से इस बारिश के मौसम में किसी तरह घर बनाने का काम शुरू किया था. अगर प्रशासन को यहां घर निर्माण पर रोक लगानी थी तो उन्होंने इसकी अनुमति क्यों दी थी. ऐसे में अब रोक लगाने पर उनकी ओर से कराए गए निर्माण कार्य और पैसे बर्बाद हो जाएंगे. वहीं, आउटसोर्सिंग कंपनी के निदेशक कुंभनाथ सिंह का कहना है कि इन लोगों को पैच के आसपास से लोगों को अगर नहीं हटाया गया तो प्रोजेक्ट में ब्लास्टिंग कर उत्पादन करना मुश्किल हो जाएगा.वहीं, मामले पर स्थानीय पूर्व पार्षद चंदन महतो और कांग्रेस नेता रंजीत यादव ने कहा कि विस्थापितों की तकलीफ को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. घर बना रहे विस्थापितों का जितना खर्च हुआ है, उसे जिला प्रशासन को लौटाना पड़ेगा. इसे लेकर कंपनी के महाप्रबंधक ने कहा है कि प्रशासन के आदेश के बाद तत्काल काम पर रोक लगा दिया गया है. वहीं मोहलबनी में कंपनी की जमीन पर रह रहे लोगों को हटने का निर्देश जारी किया गया है.