धनबादः जिला में अवैध कोयला का कारोबार चरम पर है. जिला का कोई ऐसा थाना क्षेत्र नहीं जहां यह कारोबार फल फूल नहीं रहा है. बाघमारा पुलिस अनुमंडल के भी विभिन्न थाना क्षेत्रों में 100 से अधिक अवैध कोयला खदान, अवैध डिपो संचालित है. अवैध कोयला कारोबार में वर्चस्व को लेकर अपराधियों ने जमकर उत्पात मचाया.
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अवैध कोयला कारोबार में वर्चस्व को लेकर धनबाद में बमबाजी और फायरिंग हुई है. ताजा मामला खरखरी ओपी अंतगर्त पडुवापीठा में सोमवार देर रात्रि घटित हुई. पडुवापीठा गांव और धनबाद डीसी रेल लाइन से महज 200 मीटर की दूरी पर कोयला कारोबार में वर्चस्व को लेकर एक के बाद एक आधा दर्जन बमबाजी, दर्जनों राउंड फायरिंग की घटना को अंजाम दिया गया. बमबाजी, गोलीबारी से स्थानीय ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. वहीं एक जेसीबी मशीन में आग लगी दी गयी.
जेसीबी मशीन में आग कौन लगाया, इसे लेकर ग्रामीण कुछ नहीं बता पा रहे हैं. ग्रामीण संभावना जता रहे है कि अवैध कोयला का कारोबार कर करने वाले दो गुट आमने सामने हुए होंगे. जिसमें बमबाजी, फायरिंग किया गया होगा. वहीं जेसीबी मशीन को आग लगा दिया गया होगा. घटना की जानकारी पाकर धनबाद रेल आरपीएफ अविनाश कनौजिया, मधुबन थाना प्रभारी विनोद कुमार दलबल के साथ मौके पर पहुंचे. वहीं पूरे मामले में पुलिस फिलहाल कुछ भी कहने से बच रही है.
आरपीएफ और स्थानीय पुलिस के साथ घटनास्थल दर्जनों ग्रामीण भी पहुंच गए. पुलिस को ग्रामीणों के आक्रोश का भी सामना करना पड़ा. पुलिस पर अवैध कोयला कारोबार संचालन कराने का आरोप ग्रामीणों ने लगाया है. अवैध कोयला खनन धनबाद रेल लाइन से महज 200 मीटर की दूरी पर किया जा रहा है. जिससे रेल लाइन पर खतरा बढ़ गया है. अगर समय रहते इसे रोका नहीं गया तो रेल लाइन को भी अपनी जद में ले लेगा.
यहां कई अवैध कोयला खदान बाघमारा एसडीपीओ कार्यालय से चंद किलोमीटर की दूरी पर पर चल रहा है. लेकिन इसे रोकने का प्रयास तक नहीं किया जा रहा है. पुलिस की मिलीभगत से यह कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है. अवैध कोयला कारोबार में वर्चस्व को लेकर लगातार खूनी संघर्ष, बमबाजी, गोलीबारी की घटनाएं भी हो रही हैं. लेकिन इससे रोकने की दिशा में कोई कार्य पुलिस द्वारा नही किया जा रहा है.