धनबाद में अवैध माइंस में मजदूरों को खदान में दबने से बीसीसीएल प्रबंधन ने बचाया, घटना से इनका करते अधिकारी धनबादः कोयलांचल में अवैध माइंस में 10 मजदूरों को जिंदा दफन होने से बीसीसीएल प्रबंधन बचाया. इसके बाद प्रबंधन इस बात की जानकारी होने से इनकार कर दिया है. आखिर बीसीसीएल 10 जिंदगी बचाने के बाद भी क्यों मुकर रही है.
धनबाद में बीसीसीएल के बंद कोयला माइंस से कोयला तस्कर कोयला की चोरी धड़ल्ले से करवा रहे हैं. वहीं बीसीसीएल, पुलिस प्रशासन इसपर लगाम लगाने में विफल दिख रही है. ऐसे में चंद पैसों के लालच में ग्रामीण जान जोखिम में डालकर कोयला काट रहे हैं. बीसीसीएल बरोरा एरिया वन अंतर्गत 4 ए पेच स्थित ओल्ड वर्किंग माइंस समीप संचालित अवैध खदान के मुहाने पर कुछ ऐसा ही हुआ.
दरअसल अवैध खदान की डोजरिंग कर मुहाने की भराई शनिवार को की गयी थी. उस दौरान माइंस में लगभग 10 मजदूर कोयले की कटाई कर रहे थे. हालांकि डोजर ऑपरेटर की सूझ-बूझ के कारण 10 मजदूर जिंदा दफन होने से बच गए. बीसीसीएल प्रबंधन 10 मजदूरों की जिंदगी को बचाने का एक बड़ा नेक काम की. इन सबके बावजूद बीसीसीएल के अधिकारी इस बात से इनकार कर रहे हैं.
इस घटना को लेकर बीसीसीएल के स्थानीय अधिकारी इस बात से साफ इनकार कर रहे हैं कि अवैध माइंस के अंदर मुहाने को बंद करने के समय कोई मजदूर अंदर था. लेकिन जो तस्वीर सामने आई है, उसमें साफ देखा जा सकता है कि मजदूर खदान के अंदर से बाहर निकल रहे हैं. मजदूर अपने साथ साइकिल, बाइक लेकर बाहर निकले थे. परियोजना पदाधिकारी काजल सरकार ने कहा कि माइंस से अवैध कोयला उत्खनन की जानकारी मिलने पर मुहानों की डोजरिंग की जाती है, यह रूटीन वर्क है. शनिवार को माइंस की भराई की गई थी लेकिन कोई मजदूर अंदर थे इसकी जानकारी उन्हें नहीं है. किसी मजदूर के बाहर निकलने की कोई सूचना भी उन्हें नहीं है. अवैध कोयला माइनिंग की सूचना मिलने पर लगातार कार्रवाई की जा रही है.
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