धनबादः जिला एंव सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद की मौत की गुत्थी सुलझाने में एसआईटी जुटी हुई है. घटना के तीसरे दिन यानी रविवार को विभिन्न थाना क्षेत्रों में अभियान चलाकर करीब करीब ढाई सौ ऑटो को पकड़ा गया जिसे सदर थाना परिसर में रखा गया है. पुलिस एक-एक ऑटो के कागजात की जांच कर रही है. इस कार्रवाई से ऑटो चालक और मालिक परेशान हैं.
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ऑटो चालक और मालिकों ने बताया कि कोरोना संक्रमण काल में किसी ऑटो का लाइसेंस फेल हो गया, तो किसी को ड्राइविंग लाइसेंस रिन्यूअल करना है. इस दौरान खाने की लाले पड़े थे तो कागज को कहां से दुरुस्त करते. उन्होंने कहा कि दर्जनों ऑटों के कागजात अपडेट है. इसके बावजूद नहीं छोड़ा जा रहा है.
घटनास्थल का किया गया निरीक्षण
जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद की मौत के मामले में एसआईटी की जांच चल रही है. शुक्रवार से ही एसआईटी की टीम धनबाद में कैंप की हुई है. एसआईटी का नेतृत्व एडीजी अभियान संजय लाठकर कर कर रहे हैं. सर्किट हाउस में डीआईजी आईजी और एडीजी बैठक कर सुराग तलाशने में लगे है. वहीं, रविवार को एडीजी के नेतृत्व में सभी पुलिस पदाधिकारियों ने घटनास्थल के साथ-साथ रणधीर वर्मा चौक पहुंचे और निरीक्षण किया. इस दौरान रणधीर वर्मा चौक स्थित घटनास्थल और लुबी सर्कुलर रोड का निरीक्षण किया.
ऑटो मालिक रामदेव लोहार गिरफ्तार
जिस ऑटो से जज को टक्कर मारा गया उस ऑटो के मालिक घटना के दिन से फरार था. धनबाद पुलिस ऑटो मालिक रामदेव लोहार को गिरफ्तार करने को लेकर लगातार छापेमारी कर रही थी. शनिवार को दिन भर जगह-जगह छापेमारी की और देर रात ऑटो मालिक रामदेव लोहार को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार रामदेव लोहार से पुलिस पूछताछ कर रही है ताकि अहम सुराग मिल सके.