देवघरः मुख्यमंत्री के करीबी और जेएमएम सुप्रीमो शिबू सोरेन के चहेते बाबूराम सोरेन नहीं (JMM leader Baburam Soren passes away) रहे. बाबूराम लंबे समय से बीमार थे. रविवार की शाम अचानक चेस्ट में दर्द शुरू हुआ तो परिवारवालों ने आनन फानन में निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनकी इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.
यह भी पढ़ेंः देवघर में बाबूराम सोरेन से मिलेंगे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन
देवघर जेएमएम के जिला सचिव बाबूराम सोरेन झारखंड आंदोलन की लड़ाई में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिए थे. अलग राज्य झारखंड को लेकर हमेशा शिबू सोरेन के साथ रहे. बता दें कि खतियानी जोहर यात्रा के दौरान हेमंत सोरेन जमुनिया गांव मिलने के लिए पहुंचे थे. लेकिन ज्यादा रात हो जाने के कारण नहीं मिले. बाबूराम सोरेन के परिजनों ने बताया कि अचानक उनके सीने में दर्द शुरू हुआ. इसके बाद आनन-फानन में देवघर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उन्होंने ने दम तोड़ दिया.
हालांकि बाबूराम के छोटे भाई लखीराम सोरेन ने बताया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से नहीं मिले का मलाल था. मुख्यमंत्री मिलने वाले थे तो लगातार उनकी चर्चा शुरू कर दिए थे. वहीं बाबूराम के निधन के बाद अस्पताल में उदेवघर डीसी मंजूनाथ भजंत्री सहित दर्जनों जेएमएम कार्यकता पहुंचे और परिजनों को सांत्वना दिेए. बाबाराम सोरेन झारखंड आंदोलनकारी थे, जिन्होंने अलग झारखंड की लड़ाई में जेएमएम सुप्रीमो शिबू सोरेन के साथ रहे. अलग झारखंड की मांग को लेकर बाबूराम एक बार जेल भी गए थे.