देवघर: पूर्वोत्तर समेत तमाम गैर हिंदी भाषी राज्यों से हिंदी की शिक्षा ग्रहण करने और मानक उपाधि लेने की इच्छा रखने वालों के लिए यह खबर किसी खुशखबरी से कम नहीं है, क्योंकि देवघर स्थित हिंदी विद्यापीठ को अब पश्चिम बंगाल के महामहिम राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी का भी संरक्षण प्राप्त हो गया है.
शुद्ध हिंदी लोगों के बीच आकर्षण पैदा करती है: केशरीनाथ त्रिपाठी
देवघर के पूर्वोत्तर समेत तमाम गैर हिंदी भाषी राज्यों से हिंदी की शिक्षा ग्रहण करने वालों के लिए यह खबर किसी खुशखबरी है. क्योंकि देवघर स्थित हिंदी विद्यापीठ को अब पश्चिम बंगाल के महामहिम राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी का भी संरक्षण प्राप्त हो गया है.
बता दें कि हिंदी विद्यापीठ की तरफ से देवघर में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें बंगाल के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी को विधिवत कुलाधिपति की उपाधि से नवाजा गया.
वहीं, इस कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी दोपहर बाद देवघर पहुंचे. जहां पूरे सम्मान के साथ उनका स्वगात किया गया. उसके बाद वे हिंदी विद्यापीठ पहुंचकर पंडित विनोदानंद झा को पुष्पांजलि अर्पित की.
राज्यपाल ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए हिंदी भाषा के महत्व सहित हिंदी विद्यापीठ की भूमिका पर विस्तृत चर्चा की. उन्होंने कहा कि गैर हिंदी भाषी राज्यों से यहां आकर हिंदी की तालीम लेने वालों की खास विशेषता होती है. उनकी हिंदी शुद्ध और बोलते वक्त आकर्षण पैदा करने वाली होती है.