देवघर: जिले में सिंचाई के साथ DRDO को पानी उपलब्ध कराने के लिए त्रिकुट जलाशय योजना स्वीकृत की गई है. साल 2015 में इस योजना का शिलान्यास किया गया था, लेकिन तब से वन विभाग और सिंचाई विभाग के बीच यह योजना अधर में लटकी हुई है. योजना से DRDO के पानी की जरूरत को देखते हुए अब जिला प्रशासन की तरफ से दोनों विभाग को समन्वय स्थापित कर योजना को जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश जारी किया गया है.
अधर में अटकी त्रिकुट जलाशय योजना, वर्ष 2015 में हुआ था शिलान्यास
देवघर जिले की त्रिकुट जलाशय योजना वन विभाग और सिंचाई विभाग के बीच अधर में लटकी हुई है. इसके बीच अब DRDO को पानी उपलब्ध कराने की योजना चलाई जा रही है.
योजना को जल्द पूरा करने का निर्देश
त्रिकुट जलाशय योजना दोनों ही विभागों के टालमटोल के बीच DRDO की तरफ से लगातार पत्राचार कर उनके पानी की जरूरत जल्द से जल्द पूरी करने का आग्रह किया जा रहा है. मामले की गंभीरता को देखते हुए अब जिला प्रशासन ने दोनों विभागों को समन्वय बनाकर योजना को जल्द से पूरी करने का निर्देश जारी किया है. उपायुक्त ने जल संसाधन विभाग से योजना की अधतन रिपोर्ट तलब की है.
280 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई सुविधा
इस सिंचाई परियोजना का उद्द्येश्य आस-पास के तकरीबन 280 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने का है. साथ ही प्राथमिकता के आधार पर DRDO को उनकी जरूरत भर पानी उपलब्ध कराना है.