देवघर: राज्य में बढ़ रहे डेंगू और चिकनगुनिया के मामले को लेकर देवघर में भी स्वास्थ्य विभाग ने बचाव के लिए तैयारी कर ली है. सदर अस्पताल में डेंगू और चिकनगुनिया मरीजों के लिए अलग से एक वार्ड बनाया गया है. जिसमें मरीज को रखा जाता है. सिविल सर्जन डॉ रंजन सिन्हा बताते हैं कि देवघर ही नहीं पूरे राज्य में महामारी फैली हुई है. जिसे देखते हुए सदर अस्पताल में 10 बेड का एक स्पेशल वार्ड बनाया गया है. जिसमें वर्तमान समय में 8 रोगी एडमिट है.
देवघर सदर अस्पताल में डेंगू मरीजों के लिए बने 10 स्पेशल वार्ड, सिविल सर्जन ने बताए इससे बचने और निदान के उपाय - Jharkhand News
राज्य में डेंगू और चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या में तेजी से वृद्धि देखी जा रही है. देवघर में अब तक इससे 44 मरीज संक्रमित हो चुके हैं. जिनका इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है. वहीं इसमें से चार को बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर किया गया है. 10 special wards made for dengue patients
Published : Sep 26, 2023, 5:03 PM IST
|Updated : Sep 29, 2023, 1:57 PM IST
सिविल सर्जन डॉ रंजन ने क्या कहा:सिविल सर्जन डॉ रंजन सिन्हा ने कहा किसंक्रमित रोगियों का सैंपल कलेक्ट कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि राज्य में जांच केंद्र कम होने के कारण परेशानी हो रही है. पहले सैंपल की जांच के लिए रांची स्थित रिम्स भेजा जाता था, लेकिन अब दुमका भेजा जा रहा है. उन्होंने कहा कि कुछ दिनों के बाद देवघर में भी जांच शुरू हो जाएगी. उन्होंने कहा कि डेंगू और चिकनगुनिया की जांच के लिए टेस्ट मशीन खरीदने की बात चल रही है. उक्त महामारी को रोकने के लिए लगातार स्वास्थ्य विभाग कार्य कर रही है.
डेंगू मच्छर रहते हैं दिन में ज्यादा एक्टिव:सिविल सर्जन ने कहा कि डेंगू मच्छर दिन में ज्यादा एक्टिव रहते हैं. दिन में काटने वाले मच्छर के कारण ही ज्यादातर लोग डेंगू से ग्रसित होते हैं. फिलहाल प्राथमिक उपचार के लिए सदर अस्पताल में व्यवस्था की गई है. बीमारी ज्यादा ना बढ़े, इसके लिए विशेष ध्यान रखा जा रहा है. सिविल सर्जन ने कहा कि सदर अस्पताल में जांच किट उपलब्ध नहीं थी, इस कारण विलंब हुआ है. कहा कि अभी दो से तीन दिनों के अंदर लिए गए सारे सैंपल जमा हो गए हैं. जिसे जांच के लिए दुमका भेजा जाएगा.
फुल शर्ट पैंट पहनें जिससे शरीर ढाका रहे:सिविल सर्जन ने कहा कि देवघर में अब तक 44 डेंगू और चिकनगुनिया से ग्रसित मरीज मिले हैं. जिनका सदर अस्पताल में इलाज किया जा रहा है. इसमें से चार मरीजों को बेहतर इलाज के लिए रिम्स भेजा गया. जिन क्षेत्रों में एडिस मच्छर के लार्वा और प्यूपा आदि पाए गए, वहां कीटनाशक छिड़काव एवं फॉगिंग किया जा रहा है. डेंगू और चिकनगुनिया से बचने के लिए अपने आसपास के इलाके को स्वच्छ रखने की बात कही. कहा कि गंदा पानी जमा होने ना दें. साथ ही दिन में फुल शर्ट पैंट पहनें, जिससे शरीर ढाका रहे. ताकि मच्छर नहीं काट सके.