देवघर: माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी को बसंत पंचमी पर्व मनाया जाएगा. इसको लेकर अभी से ही भक्त देवघर स्थित बाबा मंदिर पहुंचने लगे हैं. इस दौरान बाबा मंदिर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को तिलकहरू कहते हैं, जो इन दिनों लाखों की संख्या में बाबाधाम पहुंच चुके हैं.
बसंत पंचमी के मौके पर देवघर में तिलकहरू भक्तों का आना जारी है. सुल्तानगंज से 105 किलोमीटर पैदल यात्रा कर भक्त कांवर लेकर रामधुनी के साथ तिलकहरू बाबा दरबार पहुंचते हैं और बसंत पंचमी के दिन बाबा भोले को जलार्पण कर तिलक चढ़ाते हैं. इस दौरान देवघर पहुंचने वाले ज्यादातर श्रद्धालु मिथलांचल से आते हैं. जानकारी के मुताबिक मिथलांचल बाबा भोले का ससुराल है, जहां के लोग बाबा के ससुराल पक्ष के माने जाते हैं, जो देश के किसी भी कोने में बसे है, वह बसंत पंचमी के दिन बाबा भोले का तिलक चढ़ाने जरूर पहुंचते हैं. बाबा भोले का पूजा के बाद उनको तिलक चढ़ाकर होली खेलते हैं. जिसके बाद फगुआ का शुरुआत हो जाता है.