देवघरः झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर शुरू हुई सुगबुगाहट के साथ ही तमाम सियासी पार्टियां अपने नफा नुकसान का आकलन करने में जुटी हुई हैं. इन सबके बीच सभी पार्टी देवघर में जातिय समीकरण को अपने पक्ष में करने में जुट गई हैं.
देवघर विधानसभा सीट सुरक्षित है
सूबे में विधानसभा चुनाव नवंबर में होने की उम्मीद है. देवघर सीट पर उम्मीदवारी को लेकर कभी भी तनावपूर्ण हालात नहीं बने इसका एक फायदा यह भी रहा है की, जिस किसी पार्टी ने इस सीट से जीत का परचम लहराया है वह सर्वमान्य रहा है. हालांकि, चुनाव के वक्त तमाम पार्टियां इस सीट पर कब्जे को लेकर अपना दावा पेश करती आई हैं, लेकिन जिस किसी ने जीत हासिल की है क्षेत्र की जनता ने उसे गले लगाया है. यहां अकसर दो उम्मीदवार के बीच जीत-हार की अंतर मामूली रहा है. सबसे खास बात यह है कि देवघर विधानसभा सीट पर अबतक मुद्दों के आधार पर किसी भी प्रत्याशी ने जीत दर्ज नही की है, बल्कि यहां हमेशा उम्मीदवार के चेहरे या फिर पार्टी की बदौलत जीत हासिल की है.