चतरा: लोकसभा चुनाव के दौरान जिले में शराब और कैश पर नकेल कसने को लेकर निर्वाचन कार्यालय ने पूरी कमर कस ली है. शराब और कैश बांट कर वोट हासिल करने की चाहत रखने वाले राजनीतिक पार्टियों और उसके नेताओं को ये निर्णय अब महंगा पड़ेगा. शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव सम्पन्न कराने के उद्देश्य से निर्वाचन कार्यालय ने चुनाव के दौरान शराब और कैश की खपत का आकलन करने का निर्णय लिया है.
चुनाव के दौरान कैश और शराब पर रहेगी आयोग की नजर, सर्विलांस टीम लेगी क्विक एक्शन
शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव सम्पन्न कराने के उद्देश्य से निर्वाचन कार्यालय ने चुनाव के दौरान शराब और कैश की खपत का आकलन करने का निर्णय लिया है. इस संबंध में जिला निर्वाचन पदाधिकारी जितेंद्र कुमार सिंह ने जिले के सभी अधिकारियों और कर्मियों को हिदायत दी है कि वो शराब और नकदी की खपत पर विशेष नजर रखें.
इस संबंध में जिला निर्वाचन पदाधिकारी जितेंद्र कुमार सिंह ने जिले के सभी अधिकारियों और कर्मियों को हिदायत दी है कि वो शराब और नकदी की खपत पर विशेष नजर रखें. साथ ही हर दिन होने वाली शराब की बिक्री की रिपोर्ट जमा करें. चुनाव के दौरान कैश और शराब के आदान-प्रदान पर भी पैनी नजर बनाए रखने का निर्देश जारी किया गया है.
निर्वाचन कोषांग के मीडिया प्रभारी धीरज ठाकुर ने बताया कि जिले में संचालित शराब ठेकों में पिछले साल इसी महीने हुए बिक्री पंजी से इस महीने हुए बिक्री का मिलान किया जाएगा. ताकि स्पष्ट हो सके की शराब की बिक्री और कारोबार पर चुनाव का असर तो नहीं है. उन्होंने बताया कि मार्च से लेकर मई तक सात चरणों में होने वाले चुनाव के दौरान शराब की खपत पर निर्वाचन विभाग नजर रखेगा. उन्होंने ये भी कहा कि शराब की खपत के आधार पर ही कार्रवाई की रणनीति तय की जाएगी. इस पर नकेल को लेकर अलग-अलग क्षेत्रों के लिए सर्विलांस टीम का गठन किया है, जो जिले के सभी वाहनों की चेकिंग करते हुए कार्रवाई लिए तत्पर है.