चतरा: जिले के टंडवा थाना क्षेत्र के धनगड्डा पंचायत अंतर्गत खरिका गांव में भाई-बहन का पवित्र रिश्ता तार-तार हो गया. गांव की एक युवती ने अपने चचेरे भाई से ही शादी रचा ली. शादी के बाद लड़की के परिजनों ने समाज के लोगों के साथ मिलकर जीवित अवस्था में ही अपनी बेटी का पुतला बनाकर उसकी अंत्येष्टि कर दी. लड़की का पुतला बनाकर शवयात्रा निकाली गई और श्मसान घाट ले जाकर उसका दाह-संस्कार किया गया. घटना से आहत लड़की के पिता और परिजनों ने उससे रिश्ते समाप्त करने का ऐलान भी कर दिया. वहीं लड़की की मां का रो रोकर बुरा हाल है.
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लड़की के परिजनों का कहना है कि बेटी की करतूत से समाज में उनकी इज्जत को ठेस पहुंची है, जिससे वो अब गांव समाज में मुंह दिखाने लायक नहीं हैं. लड़की के पिता ने कहा कि उसकी शादी अच्छे घराने में हो रही थी और सगाई भी हो चुकी थी, लेकिन बेटी को जिल्लत की जिदगी मंजूर है. दरअसल खरिका के सुखदेव राम की 25 वर्षीय बेटी सबिता उर्फ किरण कुमारी का लखन राम के बेटे राजदीप कुमार से प्रेम प्रसंग चल रहा था. दोनों रिश्ते में चचेरे-भाई बहन हैं. रिश्ता दोनों के परिजनों को मंजूर नहीं था. दोनों को काफी समझाया गया, लेकिन दोनों पर किसी के बातों का कोई असर नहीं हुआ.
4 महीने पहले ही दोनों ने कर ली थी शादी
चार महीने पहले दोनों ने शादी रचा ली, जिसके बाद भी दोनों को समझाने-बुझाने का दौर चलता रहा. फिर बात स्थानीय थाने तक जा पहुंची. वहां भी लड़की ने अपने पति(चचेरा भाई) राजदीप के साथ जीने-मरने का संकल्प दोहराया, जिसके बाद परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार कर तमाम रिश्ते खत्म करने का फैसला लिया.