चतरा:झारखंड में भले ही बूढ़ा पहाड़ इलाके को नक्सलियों और माओवादियों से मुक्त करा लिया गया हो, लेकिन फिर भी उन पर पूरी तरह से लगाम नहीं लगाया जा सका है. रांची सहित कई इलाकों में अभी भी नक्सली और उग्रवादी संगठन सक्रिय हैं. इसी क्रम में लावालौंग थाना क्षेत्र के टुनगुन गांव में माओवादियों द्वारा एक वारदात को अंजाम देने की बात कही जा रही है. जिसमें दो जेसीबी मशीन में आग लगा दी गई है. हालांकि पुलिस का कहना है कि ये काम अपराधियों का भी हो सकता है.
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ग्रामीणों के अनुसार, जेसीबी मशीने गांव के आंगनबाड़ी कैंपस के पास खड़ी थी. देर रात अचानक करीब छह से सात की संख्या में माओवादी आए और वहां खड़े दोनों वाहनों में केरोसिन छिड़क कर आग लगा दी. पल भर में ही दोनों जेसीबी मशीने धधकने लगीं.
प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि माओवादी वाहन में आग लगाने की तैयारी कर के आए थे. यही वजह है कि वे अपने साथ केरोसिन लेकर आए थे. जेसीबी मशीन में आग लगाने के बाद माओवादियों ने वाहन के ड्राइवर को भाकपा माओवादी नक्सली संगठन के नाम पर धमकी देते हुए कहा कि 'संवेदक हम लोगों का फोन नहीं उठाता है. उसको बोल देना कि बकाया रकम जल्द पहुंचा दे, नहीं तो इससे भी बड़ी घटना को अंजाम दिया जाएगा'
वारदात के बाद जहां एक ओर पूरे इलाके में दहशत का माहौल है. वहीं दूसरी ओर मामले की गंभीरता को देखते हुए सिमरिया एसडीपीओ खुद मामले की जांच में जुटे हुए हैं. उन्होंने बताया कि मामले कि जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि आगजनी की इस घटना को भाकपा माओवादी नक्सलियों के द्वारा अंजाम दिया गया है या फिर अन्य कोई अपराधिक तत्वों के का हाथ है.