रांची: एक तरफ जहां जिला प्रशासन मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए लोगों को जागरूक कर रहा है. वहीं, दूसरी ओर मुख्यमंत्री आवास से महज 12 किलोमीटर दूर कांके के सुकुरहुटू गांव के लोग वोट का बहिष्कार की बात कर रहे हैं.
रांची के इस इलाके के लोग सरकार से नहीं हैं संतुष्ट, कहा- 'रोड नहीं तो वोट नहीं'
राज्य भर में जिला प्रशासन मतदान के लिए लगातार जागरूकता अभियान चला रही है. वहीं, रांची के कांके में गांव के लोग विकास नहीं होने के कारण 'रोड नहीं तो वोट नहीं' करने की बात कर रहे हैं.
लोगों का कहना है कि सरकार के लाख दावों के बाद भी इस गांव का विकास नहीं हो सका. 30 सालों से कांके के सुकुरहुटू में न तो सड़क बन सकी है और न ही नाली. जिसके कारण गंदगी और कचरा सड़क के ऊपर ही रहता है. तमाम नेता चुनाव के वक्त इन रास्तों से गुजरते हैं. लेकिन केवल अपनी झलक दिखाकर चले जाते हैं और चुनाव बीत जाने के बाद इस सड़क की ओर किसी का ध्यान नहीं जाता. यही कारण है कि लोग वोट बहिष्कार की बात कह रहे है.
ग्रामीणों का कहना है कि गांव का मुख्य सड़क पूरी तरह से जर्जर है. इस पर गाड़ी तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल होता है. सड़क के चारों तरफ गंदगी होती है. पिछले 30 वर्षों से इस सड़क की स्थिति यही है. ग्रामीणों ने बताया कि बीजेपी की सरकार हो या फिर कांग्रेस की, सबों ने केवल वोट की राजनीति की है.