रांची: झारखंड के सरायकेला में पिछले दिनों हुई मॉब लिंचिंग का जिक्र संयुक्त राष्ट्र में भी किया गया. इसके बाद इस पर लोगों की प्रतिक्रियाएं भी आने लगी है. इसे लेकर हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने गुरुवार को ट्विटर हैंडल पर ट्वीट किया.
इस मामले को लेकर AIMIM प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने मोदी सरकार को घेरा है. ओवैसी ने लिखा कि संघियों ने ऐसे कारनामे किए हैं, जिनकी चर्चा संयुक्त राष्ट्र में भी हो रही है. हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने गुरुवार को ट्वीट करते हुए लिखा 'शाबाश, संघी मॉब लिंचर्स, आपने अपने अमानवीय कारणों के कारण भारत के सम्मान को ठेस पहुंचाई है, जिसका जिक्र संयुक्त राष्ट्र में भी किया जा रहा है. स्कॉट जज ने बिल्कुल ठीक कहा है ये संविधान की लिंचिंग है.'
असदुद्दीन ओवैसी ने साझा किया वीडियो
असदुद्दीन ओवैसी ने जो वीडियो साझा किया है उसमें संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के मंच पर झारखंड मॉब लिंचिंग का जिक्र किया जा रहा है. वीडियो में NGO के द्वारा कहा गया है कि तबरेज अंसारी को झारखंड में हिंदू भीड़ ने जय श्री राम के नारे ना लगाने की वजह से मार दिया. इसके अलावा एक मुस्लिम टीचर को भी पीटा गया था.
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क्या हुआ था सरायकेला में ?
सरायकेला में 16 जून को तबरेज अंसारी समेत तीन युवक बाइक पर सवार होकर जमशेदपुर की तरफ जा रहे थे, इसी बीच धातकीडीह के पास ग्रामीणों ने उसे रोक दिया और चोर समझकर उसकी पिटाई कर पुलिस के हवाले कर दी. पुलिस ने 17 जून को तबरेज उर्फ सोनू को न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. जहां उसकी तबीयत बिगड़ने के बाद उसे सरायकेला सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान शनिवार को उसकी मौत हो गई.
इसके बाद तबरेज के परिजनों ने भीड़ पर हत्या का आरोप लगाया और इस कथित मॉब लिंचिंग को लेकर सवाल खड़े होने लगे. बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में इस मामले पर कहा कि इस घटना को लेकर झारखंड की छवि खराब करना सही नहीं है.