रांची: झारखंड में हुई मॉब लिंचिंग की वारदात ने एक बार फिर देश को झकझोर दिया है. आंकड़ों की बात करें तो देश में 2009 से 2019 तक इस तरह के 287 बड़े मामले हुए हैं, जिसमें 98 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 722 लोग जख्मी हुए हैं.
देश में हेट क्राइम की बात करें तो इसके सबसे ज्यादा शिकार एक खास समुदाय के लोग हुए हैं. कुल मामलों में इनकी संख्या 59 फीसदी है जबकि इस तरह के मामलों की जद में 14 फीसदी हिंदू और 15 प्रतिशत ईसाई भी आए हैं.
हेट क्राइम में सबसे ज्यादा 28 प्रतिशत हमले गोरक्षा के नाम पर किए. वहीं, 13 फीसदी हमले प्रेम प्रसंग को लेकर किए गए. इसके अलावा 9 फीसदी धार्मिक हिंसा और 29 फीसदी हमले अन्य कारणों से हुए.
गोरक्षा के नाम पर ही सबसे ज्यादा मॉब लिंचिंग मामले सामने आए हैं. 2014 से अब तक पूरे देश में 125 मामले सामने आए हैं. इनमें 48 लोगों की मौत हुई जबकि 252 लोग घायल हुए हैं.
वहीं, धार्मिक स्वतंत्रता की बात करें तो लोकसभा में भारत के गृह मंत्रालय द्वारा जो आंकड़ पेश किए गए हैं, उससे पता चला कि 2015 से 2017 के बीच सांप्रदायिक घटनाओं में 9 फीसदी की वृद्धि हुई. 2017 में सांप्रदायिक हिंसा के 822 मामले सामने आए, जिसमें 111 लोगों की मौत हुई और 2,384 लोग घायल हो गए.
देश में हेट क्राइम के आंकड़े
उत्तर प्रदेशः 19 घटनाएं, 11 मौतें, 39 घायल
हरियाणाः 15 घटनाएं, 06 मौतें, 36 घायल
झारखंडः 14 घटनाएं, 7 मौतें, 17 घायल
कर्नाटकः 12 घटनाएं, 2 मौतें, 21 घायल
गुजरातः 11 घटनाएं, 1 मौतें, 28 घायल
झारखंड में कब-कब हुई घटनाएं
राज्य पुलिस के रिकॉर्ड के अनुसार, 2016 से 2019 तक झारखंड में हेट क्राइम के 14 मामले देखे गए. इन 14 घटनाओं में से सात 2017 में और पांच 2018 में दर्ज की गईं.
झारखंड में हेट क्राइम का लंबा इतिहास रहा है. नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, भारत में 2013 से 2016 के डायन बताकर मारपीट मामले में झारखंड टॉप पर रहा है.
2016 में राज्य में ऐसे 27 मामले दर्ज किए गए थे और 2001 से 2016 के बीच कुल 523 ऐसे मामले सामने आए हैं. इन सभी महिलाओं को बेदर्दी से पीट-पीटकर मार डाला गया.
22.06.2019: सरायकेला में मोटरसाइकिल चोरी करने के आरोप में भीड़ ने एक युवक तबरेज को लगभग 18 घंटों तक पीटा और फिर पुलिस को सौंप दिया. पुलिस ने उसे कार्रवाई के बाद जेल भेज दिया. इस बीच अंदरूनी चोट की वजह से उसकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई, जिसके बाद उसे सरायकेला सदर अस्पताल लाया गया जहां उसकी मौत हो गई.
19.06.2019: गिरिडीह के बुधुडीह अहिलापुर में भीड़ द्वारा 40 वर्षीय व्यक्ति को कथित रूप से पीटा गया. स्थानीय लोगों ने कहा कि उनके तीन अन्य दोस्तों को भी भीड़ ने पीटा था. अहिल्यापुर पुलिस स्टेशन में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ हत्या, हमला का मामला दर्ज किया गया था.
11.03.2019: एक 22 वर्षीय व्यक्ति को छेड़छाड़ करने वालों के एक समूह ने पीट-पीटकर मार डाला. जानकारी के अनुसार, पीड़ित की बहन कोचिंग क्लास के बाद घर लौट रही थी. उसी दौरान हमलावरों ने लाठी डंडों से हमला कर दिया. इस हमले में लड़की को भी चोटें आई थीं.
03.12.2018: राजधानी रांची से लगभग 60 किलोमीटर दूर मंदार थाना इलाके के नगरा गांव में एक 35 वर्षीय मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति को भीड़ ने मौत के घाट उतार दिया.